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केजरीवाल सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा पर लगाई पाबंदी, BJP बोली- आस्था को ठेस न पहुंचाए सरकार

दिल्‍ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है. सरकार के इस फैसले का बीजेपी ने विरोध किया है.

Updated on: 14 Nov 2020, 06:30 PM

नई दिल्ली:

दिल्‍ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है. सरकार के इस फैसले का बीजेपी ने विरोध किया है. इस आदेश को तुगलकी फरमान बताते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगा दिया है. यही नहीं पूजा करने वालों पर हजारों का जुर्माना भी लगाया जाएगा. यह दिल्ली सरकार की नाकामी का एक और प्रमाण है.

आदेश गुप्ता बोले, लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ दिल्ली सरकार लगातार खिलवाड़ कर रही है. अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के हमारे पूर्वांचल के लाखों भाइयों-बहनों की आस्था को ठेस पहुंचाई है. ऐसा करने से उन्हें छठ मइया का शाप लगेगा. आदेश गुप्‍ता ने कहा, छठ पूजा, रामलीला या पटाखा, केजरीवाल सरकार ने हर मोर्चे पर लापरवाही से काम किया है. कोविड के खिलाफ दिल्‍ली सरकार ने कदम उठाए होते तो दिल्ली में छठ महापर्व हर्षोल्‍लास से मनाया जाता. मैं केजरीवाल सरकार से अपील करता हूं कि वे छठ पूजा पर लगी पाबंदी तुरंत हटाए. 

दिल्‍ली बीजेपी के प्रदेशाध्‍यक्ष आदेश गुप्‍ता ने यह भी कहा, सरकार ने सारे बाजार खोल दिए, DTC बसों की कैपेसिटी 100% कर दी. सिर्फ त्योहारों पर पाबंदी लगाना धार्मिक रूप से बहुत गलत है. बता दें कि दिल्ली डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने आदेश दिया है कि इस साल सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा. हालांकि, श्रद्धालु अपने घरों में या किसी निजी स्थल पर छठ पर्व मना सकेंगे. छठ पर्व मनाने के लिए Covid-19 के गाइडलाइंस का पालन करना भी अनिवार्य होगा. 

DDMA ने सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और डीसीपी को इस आदेश का पालन सुनिश्चित कराने को कहा है. साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धार्मिक, सामाजिक लीडर्स और छठ पूजा समितियों के साथ मीटिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं.