Kedarnath Dham Latest News: भीड़ ने चारधाम यात्रा पर तोड़े सारे रिकॉर्ड, देखें आज की लेटेस्ट तस्वीरें
Chardham Yatra Crowd Record 2024: 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा को अभी 6 दिन ही हुए हैं लेकिन भीड़ ने इस बार अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कितने लोग अब तक दर्शन करने पहुंच चुके हैं आइए जानते हैं.
Chardham Yatra Crowd Record 2024: 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा को अभी 6 दिन ही हुए हैं लेकिन भीड़ ने इस बार अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कितने लोग अब तक दर्शन करने पहुंच चुके हैं आइए जानते हैं.
chardham yatra crowd record 2024( Photo Credit : News Nation)
Kedarnath Dham Latest News: चारधाम यात्रा हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र तीर्थ यात्राओं में से एक है. बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में इस बार दर्शनार्थियों का नया रिकॉर्ड बना है. हिन्दू धर्म में , इन चारों धामों का अत्यधिक धार्मिक महत्व है. यह माना जाता है कि इन धामों की यात्रा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. बद्रीनाथ भगवान विष्णु का निवास स्थान माना जाता है. केदारनाथ भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है. गंगोत्री गंगा नदी का उद्गम स्थल माना जाता है. यमुनोत्री यमुना नदी का उद्गम स्थल माना जाता है.
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चारधाम यात्रा में भीड़ का टूटा रिकॉर्ड
उमड़ रहा आस्था का सैलाब. छह दिन में दर्शन को पहुंचे डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. प्रशासन का कहना है कि ये नया रिकॉर्ड बना है. केदारनाथ धाम में कपाट खुलने के बाद छह दिन में ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा डेढ़ लाख के पार हो गया है. बुधवार को 29278 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इस दौरान तड़के से देर शाम तक मंदिर परिसर सहित केदारपुरी में भक्तों की भीड़ जुटी रही.
वहीं, चारधाम यात्रा के लिए अब तक 27 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं. जबकि तीन लाख 34 हजार 732 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ में अब तक 1,55,584, गंगोत्री में 63,078, यमुनोत्री में 70,433 और बदरीनाथ में 45,637 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं.
चारधाम यात्रा से जुड़ी जरूरी जानकारी
यह यात्रा आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग माना जाता है. हालांकि चारधाम यात्रा कठिन होती है, लेकिन यह आध्यात्मिक ज्ञान और आत्म-साक्षात्कार प्रदान करती है. परिवार के साथ बंधन मजबूत करने का एक अवसर है. बुजुर्गों के प्रति सम्मान और युवाओं को शिक्षा देने का एक तरीका है.
चारधाम यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर तक का होता है. इस दौरान , मौसम सुहावना होता है और यात्रा करना आसान होता है. चारधाम यात्रा कठिन हो सकती है, इसलिए यात्रा पर जाने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण करवाना महत्वपूर्ण है. यात्रा के लिए गर्म कपड़े, आरामदायक जूते और बारिश से बचने के लिए सामान ले जाना चाहिए. यात्रा के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और स्वस्थ भोजन करना महत्वपूर्ण है.
चारधाम यात्रा पर्यावरण के अनुकूल होनी चाहिए. यात्रियों को कूड़ा-कचरा नहीं फैलाना चाहिए और प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. यात्रियों को स्थानीय लोगों का सम्मान करना चाहिए और उनकी संस्कृति का पालन करना चाहिए. चारधाम यात्रा एक अद्भुत अनुभव हो सकती है. यह आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से पुनर्जीवित होने का एक अवसर है. यदि आप धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध यात्रा की तलाश में हैं, तो चारधाम यात्रा आपके लिए सही विकल्प है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)