जन्माष्टमी के दिन विशेष उपाय से कान्हा होते हैं खुश, मिलता है विशेष फल
हिंदू धर्म में कृष्ण कन्हैया मुरलीधर के जन्मदिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान लोग इस त्योहार को अलग-अलग तरह से मनाते हैं.
highlights
- जन्माष्टमी के दिन विशेष उपाय से कान्हा होते हैं खुश
- इस दिन कृष्णा को मोरपंख और पारिजात के फूल करें अर्पित
- शंख में दूध लेकर करें कान्हा का अभिषेक, होगी विशेष कृपा
नई दिल्ली:
हिंदू धर्म में कृष्ण कन्हैया मुरलीधर के जन्मदिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान लोग इस त्योहार को अलग-अलग तरह से मनाते हैं. इस दिन लोग भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं और साथ ही लोग अपनी आस्था के अनुसार, व्रत-उपवास और भजन-कीर्तन भी करते हैं. लोग मंदिरों और घरों में मुरलीधर के जन्मदिन की झांकियां निकालते हैं और उनके जन्मदिन को मनाते हुए पूजा-पाठ भी करते हैं. साथ ही दही हांडी फोड़ने के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, लेकिन जन्माष्टमी के दिन बाकी चीजों के साथ अगर आप कुछ विशेष उपायों को भी अपनाते हैं, तो कन्हैया की आप पर विशेष कृपा होती है.
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छप्पन भोग बनाकर लगाएं भोग
हिंदू धर्म के अनुसार, जन्माष्टमी के अवसर पर कान्हा की पूजा-अर्चना करने के बाद अगर कान्हा को छप्पन भोग लगाया जाए, तो इससे भी कन्हैया खुश होते हैं और उन भक्तों पर कान्हा की विशेष कृपा होती है. जिससे कि भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
कृष्णा को मोरपंख अर्पित करें
जन्माष्टमी पर कान्हा को मोरपंख अर्पित करने से भी उनकी विशेष कृपा मिलती है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट पर मोरपंख लगाने से भगवान प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं. मोरपंखधारी मोरपंख पाकर खुश होते हैं और भक्तों को सुख-संपत्ति का आशीर्वाद देते हैं.
शंख में दूध लेकर करें कान्हा का अभिषेक
हिन्दू मान्यता के अनुसार, विष्णु जी को शंख काफी प्रिय है, जिससे हमेशा उनके हाथों में शंख रहता है. इसलिए जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण के जन्म के समय, अगर उनका अभिषेक शंख में दूध डालकर किया जाए, तो इससे भगवान बहुत खुश होते हैं. ऐसा करने से भगवान की विशेष कृपा भक्तों पर होती है.
श्रीकृष्ण को अर्पित करें चांदी की बांसुरी
यदि जन्माष्टमी के दिन पूजा-पाठ व अन्य कार्यक्रमों के साथ श्रीकृष्ण को चांदी की बांसुरी अर्पित की जाए, तो इससे आप पर कान्हा की विशेष कृपा हो सकती है. हालांकि इस बांसुरी का आकार आप अपने सामर्थ्य के अनुसार छोटा या बड़ा रख सकते हैं. बांसुरी को कान्हा के चरणों में अर्पित करने के बाद बांसुरी की पूजा भी करनी चाहिए. पूजा की गई इस बांसुरी को जन्माष्टमी के बाद अपने पर्स या धन रखने के स्थान पर रखने पर विशेष लाभ होता है.
कन्हैया को चढ़ाएं पारिजात के फूल
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पारिजात के फूल चढ़ाने से भी उनकी कृपा बरसती रहती है. कहा जाता है कि भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को परिजात के पुष्प बेहद प्रिय हैं. श्रीकृष्ण भगवान विष्णुजी का अवतार हैं, इसलिए जन्माष्टमी के दिन परिजात के फूल चढ़ाने से भगवान प्रसन्न होते हैं.
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