Kalawa 2023 : सनातन धर्म में पूजा-पाठ और अनुष्ठान के समय हाथ में बांधने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. इसे हाथ में बांधने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और ये बहुत ही शुभ माना जाता है. कलावा 3 रंगों से मिलकर बना होता है, जो त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना जाता है. कलावे को हाथ में तीन बार लपेटना चाहिए और पूजा-पाठ के समय लाल और पीले रंग का कलावे का विशेष महत्व होता है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि किस राशि के जातकों को कलावा पहनना चाहिए और किस कलावा पहनने से बचना चाहिए.
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जानें कलावा पहनने का महत्व
हिंदू धर्म में कलावे का विशेष महत्व है.इसे त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना जाता है. इसे बांधने से व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी बाधाएं दूर हो जाती है. इसे 'रक्षासूत्र' भी कहा जाता है. रक्षासूत्र को हमेशा 3 बार ही लपेटना चाहिए.
जानें किस हाथ में कलावा बांधना होता है शुभ
ज्योतिष शास्त्र में पुरुषों और अविवाहित लड़कियों को कलावा हमेशा दाएं हाथ में बांधना चाहिए. वहीं विवाहित महिलाओं को कलावा हमेशा बाएं हाथ में धारण करना चाहिए.
दो राशि वाले भूलकर भी न बांधे कलावा
जिन जातकों की राशि मकर और कुंभ है, उन्हें लाल रंग का कलावा नहीं बांधना चाहिए. मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव हैं और शनिदेव को लाल रंग पसंद नहीं है. ऐसा करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं और शनिदेव के नाराज होने का परिणाम आप जानते ही हैं.
जानें किसे बांधना चाहिए कलावा
वृश्चिक राशि, मेष राशि और सिंह राशि के जातकों को लाल रंग का कलावा बांधना शुभ माना जाता है. इन राशि के जातकों पर हनुमान जी की हमेशा कृपा बनी रहती है. मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल देव हैं और सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव है. सूर्य और मंगल दोनों को ही लाल रंग बेहद पसंद है.