Kab Hai Holi 2025: ब्रज की होली 40 दिनों तक धूमधाम से मनाई जाती है, जिसमें हर दिन कोई न कोई विशेष आयोजन होता है. यहां की लठामार होली, लड्डू होली और हुरंगा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. आपको बता दें कि इस साल 2025 में होलिका दहन 13 मार्च को है और रंगवाली होली 14 मार्च को खेली जाएगी. इसके साथ ही अगर आप ब्रज की अनूठी होली का आनंद लेना चाहते हैं, तो इन तारीखों को जरूर नोट कर लें. ब्रज में बसंत पंचमी से होली के उत्सव की शुरुआत हो चुकी है.
ब्रज में होली के प्रमुख आयोजन और उनकी तारीखें
- 12 फरवरी 2025 - होली का डांढ़ा गाड़ना (द्वारकाधीश मंदिर, मथुरा)
- 28 फरवरी 2025 - राधारानी मंदिर में होली की प्रथम चौपाई (बरसाना)
- 7 मार्च 2025 - बरसाना की लड्डू होली (श्रीजी मंदिर)
- 8 मार्च 2025 - बरसाना की लठामार होली (राधारानी मंदिर प्रांगण)
- 9 मार्च 2025 - नंदगांव की लठामार होली (नंदभवन मंदिर)
- 10 मार्च 2025 - रंगभरनी एकादशी, होली महोत्सव का शुभारंभ (बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन)
- 11 मार्च 2025 - गोकुल में रमणरेती होली
- 13 मार्च - होलिका के बीच से फालैन में पंडे का निकास
- 15 मार्च - बलदेव में दाऊ जी का हुरंगा
- 16 मार्च - नंदगांव का हुरंगा
- 22 मार्च - वृंदावन में रंगनाथ जी मंदिर में होली
ब्रज की होली क्यों है खास?
यह 40 दिनों तक चलने वाला सबसे लंबा और अनोखा उत्सव है. बरसाना और नंदगांव की लठामार होली में महिलाएं पुरुषों को प्रेम भरे अंदाज में डंडों से मारती हैं. फालैन में पंडे का अग्नि से सुरक्षित निकलना अद्भुत और चमत्कारी माना जाता है. बांके बिहारी मंदिर में रंगभरनी एकादशी से ही होली की शुरुआत हो जाती है. दाऊजी का हुरंगा बलदेव मंदिर की सबसे रोमांचक होली होती है. ब्रज की होली का दिव्य अनुभव लेने के लिए तैयार हो जाइए और इन तारीखों को अपने कैलेंडर में मार्क कर लीजिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)