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Jyotish Shastra: क्यों मिलती है हमें प्रसिद्धि, क्यों लगता है कलंक, समझें इन ग्रहों की चाल

Jyotish Shastra: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की गति और स्थिति का मनुष्य के जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है. यश और अपयश भी ग्रहों की दशाओं से जुड़े हुए हैं. आइए जानते हैं यश और अपयश में ग्रहों की भूमिका.

Updated on: 01 Apr 2024, 12:51 PM

New Delhi:

Jyotish Shastra: ज्योतिष और वेदिक ज्योतिष शास्त्र में, ग्रहों का महत्वपूर्ण भूमिका होती है जब व्यक्ति को यश या अपयश मिलता है. ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों की स्थिति और दशाओं के अनुसार व्यक्ति के जीवन में उन्हें यश या अपयश मिलता है. अलग-अलग ग्रहों की स्थिति और दशाओं के अनुसार, व्यक्ति को यश या अपयश की प्राप्ति होती है. ग्रहों का प्रभाव समय-समय पर बदलता रहता है इसलिए समय-समय पर ज्योतिष के विशेषज्ञों की सलाह लेना लाभदायक होता है. ज्योतिष शास्त्र में, यश या अपयश मिलने में कई ग्रहों की भूमिका होती है. आइए जानते हैं कि किन ग्रहों के प्रभाव से आपके जीवन पर उसका क्या प्रभाव पड़ता है. 

1. सूर्य: सूर्य को आत्मा, जीवन शक्ति और राजा का प्रतिनिधि माना जाता है. मजबूत सूर्य व्यक्ति को नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे यश प्राप्त करने में मदद मिलती है.

2. चंद्रमा: चंद्रमा मन, भावनाओं और जनता का प्रतिनिधि माना जाता है. मजबूत चंद्रमा व्यक्ति को मानसिक शांति, सहजता और रचनात्मकता प्रदान करता है, जो यश प्राप्त करने में सहायक होता है.

3. बृहस्पति: बृहस्पति ज्ञान, भाग्य और शिक्षा का प्रतिनिधि माना जाता है. मजबूत बृहस्पति व्यक्ति को ज्ञान, विवेक और शिक्षा प्रदान करता है, जो यश प्राप्त करने के लिए आवश्यक हैं.

4. शुक्र: शुक्र प्रेम, सुंदरता और कला का प्रतिनिधि माना जाता है. मजबूत शुक्र व्यक्ति को आकर्षक व्यक्तित्व, कलात्मक प्रतिभा और सामाजिक कौशल प्रदान करता है, जो यश प्राप्त करने में सहायक होते हैं.

5. शनि: शनि कर्म, अनुशासन और न्याय का प्रतिनिधि माना जाता है. मजबूत शनि व्यक्ति को कठोर परिश्रम, धैर्य और दृढ़ संकल्प प्रदान करता है, जो यश प्राप्त करने के लिए आवश्यक हैं.

6. राहु: राहु अचानकता, भ्रम और अनिश्चितता का प्रतिनिधि माना जाता है. राहु का प्रभाव व्यक्ति को अचानक सफलता या असफलता प्रदान कर सकता है.

7. केतु: केतु आध्यात्मिकता, मोक्ष और त्याग का प्रतिनिधि माना जाता है. केतु का प्रभाव व्यक्ति को यश से दूर कर सकता है और उसे आध्यात्मिकता की ओर ले जा सकता है.

यश या अपयश मिलने में केवल ग्रहों की भूमिका नहीं होती है, बल्कि व्यक्ति का कर्म, प्रयास और भाग्य भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यश प्राप्त करने के लिए कुछ उपाय भी कर सकते हैं. अपनी जन्मकुंडली का अध्ययन करवाकर ग्रहों की स्थिति जानें. कमजोर ग्रहों को मजबूत करने के लिए उपाय करें. नियमित रूप से पूजा-पाठ करें और दान करें. कर्मठता, धैर्य और दृढ़ संकल्प से प्रयास करें. सकारात्मक सोच रखें और आत्मविश्वास बनाए रखें. 

यश प्राप्त करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है. कठोर परिश्रम और लगन से ही यश प्राप्त किया जा सकता है.  ये आपके ऊपर है कि आप यश प्राप्त करने के लिए कितने प्रयास करते हैं. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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