जया एकादशी व्रत आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व

जया एकादशी व्रत हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से भगवान श्रीहरि विष्णु प्रसन्न होते हैं.

जया एकादशी व्रत हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से भगवान श्रीहरि विष्णु प्रसन्न होते हैं.

author-image
Vijay Shankar
New Update
Ekadshi vrat

Ekadshi vrat ( Photo Credit : File Photo)

Jaya Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व माना गया है. इस दिन भगवान श्री हरि की विशेष पूजा अर्चना की जाती है. यह हर साल शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह व्रत 12 फरवरी (Jaya Ekadashi 2022 Date) दिन शनिवार को रखा जाएगा. यदि आप भी इस व्रत को करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो जया एकादशी व्रत कथा जरूर पढ़ें. इस कथा को पढ़ने से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है.

Advertisment

यह भी पढ़ें : Surya Grahan 2022: इस साल का पहला सूर्य ग्रहण कब और कहां दिखेगा? जानें क्यों पहला सूर्य ग्रहण है बेहद खास और चमत्कारी

जया एकादशी व्रत हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से भगवान श्रीहरि विष्णु प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाओं को पूरा करते हैं. आइए जानते हैं जया एकादशी व्रत के मुहूर्त (Muhurat), मंत्र (Mantra), पूजा विधि (Puja Vidhi), कथा (Katha) एवं पारण समय (Parana Time) के बारे में.

जया एकादशी 2022 मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष माघ शुक्ल एकादशी तिथि की शुरूआत कल 11 फरवरी दोपहर 01:52 बजे से ही हो गई थी, जो आज शाम 04:27 बजे तक मान्य रहेगी. जया एकादशी के दिन का मुहूर्त दोपहर 12:13 से दोपहर 12:58 बजे के मध्य तक है.

जया एकादशी 2022 पारण समय
आज जो लोग जया एकादशी का व्रत हैं, वे लोग कल 13 फरवरी को सुबह 07:01 बजे से सुबह 09:15 बजे के बीच पारण कर सकते हैं. यह पारण करने का उचित समय है.

जया एकादशी पूजा विधि एवं मंत्र
आज प्रात: स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें. फिर हाथ में जल, अक्षत् एवं फूल लेकर जया एकादशी व्रत एवं पूजा का संकल्प लें. उसके पश्चात भगवान विष्णु की पूजा करें. भगवान विष्णु की मूर्ति को एक चौकी पर स्थापित कर दें. फिर पीले फूल, पीले वस्त्र, तुलसी का पत्ता, पंचामृत, अक्षत्, चंदन, हल्दी, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करें. गुड़, चने की दाल या बेसन का लडडू का भोग लगाएं. उसमें तुलसी का पत्ता डाल दें. पूजा के समय ओम भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का उच्चारण करते रहें. फिर विष्णु चालीसा या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. फिर जया एकादशी व्रत कथा का श्रवण करें. उसके पश्चात कपूर या घी के दीपक से भगवान विष्णु की आरती करें. अंत में केले के पौधे की भी विधिपूर्वक पूजा करें. फिर प्रसाद का वितरण करें. पूजा के पश्चात दान करें या पारण के दिन स्नान के बाद भी दान कर सकते हैं.

HIGHLIGHTS

  • हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का काफी बड़ा महत्व
  • इस दिन भगवान श्री हरि की विशेष पूजा अर्चना की जाती है
  • भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करने से श्रीहरि विष्णु प्रसन्न होते हैं

Source : News Nation Bureau

उप-चुनाव-2022 jaya ekadashi 2022 Jaya Ekadashi 2022 Date Jaya Ekadashi 2022 Muhurat Jaya Ekadashi 2022 Puja Mantra Jaya Ekadashi 2022 Puja Vidhi जया एकादशी का महत्व
      
Advertisment