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Janmashtami 2018: जयपुर के इस मंदिर में दिन के 12 बजे मनाया जाता है कृष्ण का जन्म, जानें वजह

जन्माष्टमी का त्योहार आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज रात 12 बजे कान्हा का जन्म होगा। लेकिन गुलाबी नगरी जयपुर में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान कृष्ण का जन्म दिन के 12 बजे ही मना लिया गया।

Updated on: 03 Sep 2018, 05:49 PM

नई दिल्ली:

जन्माष्टमी का त्योहार आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज रात 12 बजे कान्हा का जन्म होगा। लेकिन गुलाबी नगरी जयपुर में एक ऐसा मंदिर है जहां भगवान कृष्ण का जन्म दिन के 12 बजे ही मना लिया गया।

जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थिर राधा दामोदर मंदिर में आज यानी सोमावर को दिन के 12 बजे कृष्ण का जन्मदिन मनाया गया। सबसे पहले कान्हा को दूध, दही से स्नान कराया गया। इसके बाद अभिषेक किया गया। मंदिर में भक्तों की बड़ी भीड़ पहुंची। सभी ने कृष्ण जयकारों के साथ माहौल को भक्तिमय कर दिया।

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500 साल पुरानी इस मंदिर में दिन के 12 बजे जन्माष्टमी क्यों मनाई जाती है। इसके पीछे बताया गया है कि राधा दामोदर का ये मंदिर कृष्ण की बाल स्वरूप का है। जिसके कारण कृष्ण के सोने का समय रात को 12 बजे का होगा। न कि उठने का। जिसके कारण इस मंदिर में दिन में 12 बजे कृष्ण जन्म मनाया जाता है।

वहीं, रात को 12 बजे से पहले पट बंद कर दिए जाते हैं। यह परंपरा तब से चली आ रही है जब से मंदिर बनी है। यानी 500 साल पहले से चली आ रही परंपरा आज भी जिंदा है।