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Year 2025 Planetary Movements
Year 2025 Planetary Movements: ज्योतिष के जानकार ये दावा कर रहे हैं कि ग्रहों की स्थिति 2025 में महाभारत काल की गणनाओं से मेल खा रही है. सूर्य, शनि, और अन्य ग्रहों की मारक स्थिति यह संकेत दे रही है कि मानव सभ्यता पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. नए साल की शुरुआत के साथ 1000 दिनों की बर्बादी का संकेत दिया जा रहा है. ये किस आधार पर कहा जा रहा है आइए इसे भी समझते हैं.
शनि का गोचर और ग्रहों की अद्भुत स्थिति
29 मार्च 2025 में शनि अपने घर को छोड़कर गुरु के आशियाने में प्रवेश करेंगे. साल का पहला सूर्य ग्रहण भी इसी दिन लग रहा है, जो चिंता बढ़ा सकता है. सूर्य और राहु-केतु की विस्फोटक जोड़ी दुनिया को भयभीत करने वाली है. यह भयावह ग्रह स्थिति महाभारत काल की तबाही को याद दिलाने वाली है.
क्या संसार का समूल विनाश निश्चित है?
शनि, जो न्याय के देवता हैं, अपनी दंडात्मक चाल से कई राज खोलने वाले हैं. यह समय उन लोगों के लिए न्याय का होगा, जिन्होंने धर्म का पालन किया है, लेकिन जो गलतियों के भागीदार हैं, उन्हें उनकी पेनल्टी भुगतनी पड़ेगी.
ग्रहों की चाल के प्रभाव
साल 2025 में ग्रहों की बदलती चाल के कुछ बुरे परिणाम भी देश दुनिया पर पड़ेंगे. जल और बायोकेमिकल खतरे से दुनिया के कई देश परेशान होंगे. समुद्र में रसायनिक हथियारों से बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते हैं. प्रयोगशालाओं से खतरनाक वायरस फैलने की संभावना.
हजारों फीट नीचे मौजूद प्राचीन वायरस पृथ्वी पर तबाही ला सकते हैं. धर्म और आध्यात्मिक उपाय ही समाधान होंगे. शनि और राहु से बचने के लिए शिव की आराधना करें. "कर चरण कृत कायजम" जैसे श्लोकों के माध्यम से भगवान शिव की शरण में जाएं. शिवलिंग पर जल चढ़ाकर प्रार्थना करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)