Vastu Tips: वास्तुशास्त्र क्या है, जानें वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए बच्चों का कमरा

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर, घर में रहने वाले सभी सदस्यों के कमरे का वास्तु ठीक हो तो तरक्की जरूर मिलती है. आइए जानते हैं वास्तुशास्त्र क्या है और बच्चों के कमरे का वास्तु कैसे ठीक करें.

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर, घर में रहने वाले सभी सदस्यों के कमरे का वास्तु ठीक हो तो तरक्की जरूर मिलती है. आइए जानते हैं वास्तुशास्त्र क्या है और बच्चों के कमरे का वास्तु कैसे ठीक करें.

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Inna Khosla
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vastu tips for kids room( Photo Credit : news nation)

Vastu Tips: बच्चों के कमरे का वास्तु बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वह स्वस्थ, सकारात्मक और समृद्धिशील रह सकें.वास्तुशास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो गृह, कार्यालय, और दुकान आदि के निर्माण और इन्हें सुसंगत बनाए रखने के लिए उपयोग होता है. इसका मूल उद्देश्य यह है कि मनुष्य अपने आस-पास के वातावरण को अनुकूल बनाए रखे, जिससे उसका जीवन सुखमय और समृद्धि से भरा रहे. हम आपको विस्तार से ये समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि वास्तु क्या है और आप अपने बच्चे के उज्जवल भविष्य के लिए उसके कमरे का वास्तु किस तरह करें. 

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वास्तु के मुख्य सिद्धांत:

पांच तत्वों का संतुलन: वास्तुशास्त्र में प्रिथ्वी, आकाश, जल, अग्नि, और वायु तत्वों के संतुलन का महत्व है। सही स्थान पर सही तत्वों का सम्मिलन बनाए रखने से सकारात्मक ऊर्जा फैलती है।

नकारात्मक ऊर्जा का निषेध: वास्तुशास्त्र के अनुसार, नकारात्मक ऊर्जा को बाधित करने के लिए विशेष स्थानों पर उपयुक्त विनियमन की आवश्यकता है।

ब्रह्मस्थान का महत्व: घर या बिल्डिंग के केंद्र में स्थित ब्रह्मस्थान को साफ रखने से ऊर्जा का संचार सुनिश्चित रूप से होता है।

दिशा और यात्रा का महत्व: सही दिशा में स्थिति और दिशा का पालन करने से भी गृह में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

वास्तु पुरुष मंडल: घर या बिल्डिंग का निर्माण वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार किया जाता है, जिससे निर्माण को सही स्थान पर सही दिशा में बनाया जाता है।

यंत्र और मंत्र का उपयोग: वास्तु शिक्षा में यंत्र और मंत्रों का विशेष महत्व है, जिनका प्रयोग शुभ ऊर्जा को आकर्षित करने में किया जाता है।

बच्चों के कमरे का वास्तु

वास्तुशास्त्र के अनुसार इंगित:

बच्चे के कमरे की दीवारों पर उनकी प्रिय रंगों का चयन करें, जो उन्हें सुखद महसूस कराएं.
उनके पढ़ाई और खेलने के क्षेत्र को सही दिशा में स्थापित करें.

शिक्षा के क्षेत्र में सावधानी:

बच्चे के पढ़ाई क्षेत्र में एक शांत और प्रेरणादायक वातावरण बनाएं.
उच्च गुणवत्ता वाले पढ़ाई सामग्री का उपयोग करें.

प्राकृतिक प्रकाश और हवा:

बच्चे के कमरे में प्राकृतिक प्रकाश को प्रोत्साहित करें.
ठंडे रंगों के पर्दे उपयोग करने या खुली खिड़कियों के माध्यम से सुबह के समय प्राकृतिक सूर्य को आने दें.

मनोबल और संतुलन:

उनके पसंदीदा खेल और गतिविधियों के लिए विशेष स्थान तैयार करें.
सकारात्मक चित्र, किताबें और उत्साहजनक अभिवादन आइटम्स का उपयोग करें.

कमरे के वास्तु के साथ-साथ, आपके बच्चे के करियर को लेकर भी सही मार्गदर्शन करना महत्वपूर्ण है. उनके रूचिकर्म के आधार पर, आप उन्हें उचित क्षेत्र में पढ़ाई करने के लिए मार्गदर्शन कर सकते हैं ताकि वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल हों.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।) 

Source : News Nation Bureau

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