Cancer Disease in Astrology: कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि कुंडली में कुछ दोष कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं. ग्रहों, जैसे कि राहु, शनि, और मंगल, जब कमजोर या अशुभ स्थिति में होते हैं, तो वे रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिनमें कैंसर भी शामिल है. कुछ भाव, जैसे कि षष्ठ भाव (रोग भाव), अष्टम भाव (आयु भाव), और 12वां भाव (क्षय भाव), जब दोषयुक्त होते हैं, तो वे स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत दे सकते हैं. ग्रहों के बीच नकारात्मक योग, जैसे कि ग्रह युद्ध या ग्रह दृष्टि, भी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं. ज्योतिषियों का मानना है कि कुंडली दोषों को दूर करने के लिए ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है.
रत्न धारण कुंडली के अनुसार रत्न धारण करने से ग्रहों की शुभ स्थिति को मजबूत करने और दोषों को कम करने में मदद मिल सकती है.
मंत्र जाप विशिष्ट मंत्रों का जाप करने से भी ग्रहों को शांत करने और नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है.
यज्ञ ग्रहों को प्रसन्न करने और कुंडली दोषों को दूर करने के लिए यज्ञ का आयोजन किया जा सकता है.
दान दान-पुण्य करना ग्रहों को शांत करने और जीवन में सकारात्मकता लाने का एक तरीका माना जाता है.
पूजा-पाठ नियमित रूप से पूजा-पाठ करने और ईश्वर का ध्यान करने से मानसिक शांति प्राप्त करने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद मिल सकती है.
कैंसर का जल्दी पता लगाना और इलाज सफलता की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, जैसे कि धूम्रपान से बचना, स्वस्थ भोजन करना और नियमित रूप से व्यायाम करना, कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है. यह सलाह दी जाती है कि आप कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें और ज्योतिषीय उपायों को केवल सहायक उपचार के रूप में लें. डॉक्टर आपके मामले का आकलन करेंगे और आपको सबसे उपयुक्त चिकित्सा योजना प्रदान करेंगे.
ज्योतिषी व्यक्तिगत जन्म कुंडली का विश्लेषण करके कैंसर के खतरे का अधिक सटीक अनुमान लगा सकते हैं. ज्योतिष रोगों से बचाव के लिए उपाय भी बताते हैं. अगर आपको कैंसर का पता चलता है, तो ज्योतिष का उपयोग आपके उपचार और मानसिक स्वास्थ्य में सहायता के लिए किया जा सकता है. आप कैंसर के बारे में ज्योतिषीय भविष्यवाणियों पर भरोसा न करें और उचित चिकित्सा सहायता लें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau