Home Furniture Mistakes that should not Avoid: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का फर्नीचर भी घर के लोगों की तरक्की में अहम रोल निभाता है. फर्नीचर किस दिशा में ये तो मायने रखता ही है लेकिन फर्नीचर किस पेड़ की लकड़ी से बना इसकी एहमियत भी बहुत ज्यादा होती है. क्योंकि कुछ पेड़ों को वास्तु के मुताबक अशुभ माना गया है ऐसे में अगर अनजाने में आप उन्हीं पेड़ों की लकड़ी का इस्तेमाल अपने घर के फर्नीचर के लिए करते या करवाते हैं तो आपको अशुभ फल मिलने तय हैं. इन अशुभ लड़कियों के प्रभाव से घर के लोगों की तरक्की उन्नति रुक जाती है. बसा बसाया सब कुछ उजड़ जाता है और व्यक्ति धन के घोर अभाव में बर्बादी कि कगार तक पहुँच जाता है.
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कैसा होना चाहिए घर का फर्नीचर?
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक लिंविंग रूम या ड्राइिंग रूम में बहुत अधिक फर्नीचर रखना अच्छा नहीं होता है. अरअसल इस कारण से वहां उर्जा बंध जाती है. जिन कारण से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है. ऐसे में परिवार में तनाव की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के लिए फर्नीचर खरीदते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बरगद, पीपल की लकड़ी का फर्नीचर सही नहीं माना जाता है. इसलिए फर्नीचर हमेशा सागवान, शीशम, अशोक, अर्जुन, नीम या साल की लकड़ी का बना होना चाहिए. क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और इसे शुभ भी माना जाता है.
- वास्तु के मुताबिक घर में फर्नीचर को ऐसे रखना चाहिए ताकि उसका वजन पूर्व या उत्तर दिशा में रहे. हालांकि दक्षिण दिशा में वजनदार फर्नीचर को रखा जा सकता है.
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर का फर्नीचर खरीदते वक्त इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वह चौकोर हो. इसके अलावा पंलग के सिरहाने की तरफ चित्र अंकित कराते वक्त ध्यान रखना चाहिए कि आकृतियां अच्छी और शुभ रहे. किसी हिंसक जानवर की आकृति जैसे सिंह, बाज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अशुभ आकृतियां मन की वृत्ति को खराब करने के साथ ही साथ पारिवारिक जीवन को भी खराब कर सकती है.