Sheetla Mata Mandir : अमृतसर, पंजाब का एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक हब है, जहां विभिन्न धार्मिक स्थल हैं जो शहर को आत्मिक और धार्मिक समृद्धि का अहसास कराते हैं. इसमें से एक है "शीतला माता का मंदिर" जो अमृतसर में स्थित है. अगर आप कभी भी यहां घूमने जा रहे हैं तो आपको गोल्डन टेंपल के साथ यहां भी जरूर जाना चाहिए. लेकिन शीतला माता मंदिर की क्या मान्यता है और यहां पूजा करने का क्या धार्मिक महत्व है आइए जानते हैं.
मंदिर का इतिहास:
शीतला माता का मंदिर अमृतसर में स्थित है और यह श्रद्धालुओं के बीच में प्रसिद्ध है. मान्यता के अनुसार, शीतला माता रोगों और बीमारियों की रक्षा करने वाली देवी हैं. मंदिर का निर्माण प्राचीन समय में हुआ था और यह आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है.
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मंदिर की विशेषताएं:
प्राचीन शैली: यह मंदिर प्राचीन भारतीय शैली में बना हुआ है, जिससे इसे एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्थल बनाता है.
धार्मिक आस्था: शीतला माता का मंदिर भक्तों के बीच एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है, जहां लोग शीतला माता की कृपा की प्राप्ति के लिए आते हैं.
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पूजा और आराधना: मंदिर में नियमित रूप से पूजा और आराधना होती है जो श्रद्धालुओं को धार्मिक एवं आध्यात्मिक माहौल में ले जाती है.
समृद्धि की भीक्षा: यहां आने वाले लोग अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए शीतला माता से समृद्धि की भिक्षा मांगते हैं.
सांस्कृतिक कार्यक्रम: मंदिर में साल में कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं जो स्थानीय लोगों को एक साथ ला जाते हैं.
यहां पहुंचने का तरीका:
शीतला माता का मंदिर अमृतसर के दीना नगर में स्थित है और यहां पहुँचने के लिए आप टैक्सी, ऑटो रिक्शा, या बस सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं. मंदिर विशेष रूप से नारायणा नगर क्षेत्र के लोगों के बीच प्रसिद्ध है और साल भर बहुत से पर्व और उत्सवों का केंद्र है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)