Holi 2024: होली में चढ़ गया है भांग का नशा, जाने इसे उतारने के घरेलू उपाय
Holi 2024: हिंदू धर्म में होली के दिन भांग पीकर रंगों से खेलने की परंपरा बेहद पुरानी है. इसे भोलेनाथ का प्रसाद भी कहा जाता है. लेकिन भांग का नशा अगर चढ़ गया है तो इसे कैसे उतारें आइए जानते हैं.
नई दिल्ली:
Holi 2024: भांग एक प्रकार का पौधा है जो भारत में पाया जाता है, जिसकी पत्तियों से नशा बनाया जाता है. इसे भारतीय संस्कृति में पूजा, विशेष अवसरों, धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में उपयोग किया जाता है. यह ध्यान, आत्मविश्वास, और मानसिक संतुलन में सहायक हो सकता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन नशे के रूप में हो सकता है और सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए, इसका सेवन सावधानी से किया जाना चाहिए. भांग का नशा चढ़ने का कारण है कि यह गाँजा पौधे के पत्तियों और फूलों में पाए जाने वाले कैनबिनॉयड्स, विशेष रूप से टीएचसी (तेत्राहाइड्रोकैनाबिनॉल), के कारण होता है. ये प्रभाव शरीर के संवेदनशील सेंट्रल न्यूरोन नेटवर्क को प्रभावित करते हैं, जो भांग का नशा उत्पन्न करता है. टीएचसी दिमाग के कुछ क्षेत्रों को प्रभावित करता है, जो आत्मसात की जाती हैं, और यहाँ उत्पन्न होता है: उत्साह और आत्म-विश्वास की भावना, अत्यधिक भोजन के प्रति आकर्षण, ध्यान और ध्यान की क्षमता में वृद्धि, वास्तविकता का अहसास में कमी, इसके अलावा, भांग का नशा छोटे मात्राओं में रेम स्लीप (गहरी नींद) और वास्तविकता के अल्प-समयिक भावों को उत्पन्न कर सकता है.
भांग का नशा उतारने के घरेलू:
पानी पीना: भांग के नशे को उतारने के लिए पर्याप्त पानी पीना मददगार होता है. यह शरीर से ताजगी को बढ़ावा देता है और नशे को कम करने में सहायक होता है.
नींबू पानी: गरम पानी में नींबू का रस मिलाकर पीना भी भांग के नशे को उतारने में मदद कर सकता है.
अधिक फलों का सेवन: अधिक फलों का सेवन करने से शरीर का अधिकतम ताजगी बनी रहती है, जिससे भांग के नशे को कम किया जा सकता है.
विश्राम: अधिक विश्राम करना भी नशे को कम करने में मदद करता है. इसलिए, अपने शरीर को पर्याप्त आराम देने का प्रयास करें.
ये उपाय सामान्य नशे के लिए हैं और यदि भांग के नशे के विवेकी या गंभीर असर होते हैं, तो तुरंत मेडिकल परामर्श लें. भांग में टेट्राहाइड्रोकानाबिनोल (टीएचसी) नामक एक रसायन होता है, जो मनो-सक्रिय प्रभाव के लिए जिम्मेदार होता है. भांग का प्रभाव भिन्न हो सकता है. व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में, लेकिन आमतौर पर आराम, उत्साह और बढ़ी हुई भूख की भावनाएं शामिल होती हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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