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Hartalika Teej 2022 Vrat Niyam: हरतालिका तीज के नियमों में छुपी है कठिन तपस्या, पालन न करना ला सकता है आपके पति पर घोर संकट

Hartalika Teej 2022 Vrat Niyam: हरतालिका तीज के व्रत को अत्यंत कठिन माना जाता है क्योंकि इसके नियम बहुत कठिन होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं हरतालिका तीज के व्रत नियमों के बारे में.

Updated on: 27 Aug 2022, 01:53 PM

नई दिल्ली :

Hartalika Teej 2022 Vrat Niyam: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर साल भाद्रपद महीने की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है. यूं तो यह पर्व सुहागिनों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है लेकिन कुंवारी कन्याएं भी इस व्रत का पालन करती हैं. इस साल हरतालिका तीज 30 अगस्त 2022, दिन मंगलवार को मनाई जाएगी. हरतालिका तीज का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है. इस दिन महिलाएं व्रत रख पूर्ण विधि विधान के साथ महादेव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करती हैं और अपने सुहाग की लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं. हरतालिका तीज के व्रत को अत्यंत कठिन माना जाता है क्योंकि इसके नियम बहुत कठिन होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं हरतालिका तीज के व्रत नियमों के बारे में.

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हरतालिका तीज 2022 व्रत नियम (Hartalika Teej 2022 Vrat Niyam)
- हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. ऐसे में ध्यान देने वाली बात ये है कि इस दिन तृतीया तिथि में पूजा गोधली और प्रदोष काल में पूर्ण कर लेनी चाहिए. चतुर्थी तिथि में पूजा मान्य नहीं होती और न ही उसका फल मिलता है. चतुर्थी तिथि के दिन सिर्फ व्रत पारण करने की ही मान्यता है.

- नवविवाहिताएं को लिए इस व्रत को रखने से पहले ये जान लेना जरूरी है कि इस व्रत को पहली बार वो जिस भी रूप में रखेंगी उन्हें उसी रूप में इस व्रत का हर साल पालन करना होगा. इसलिए इस बात का ध्यान रखना है कि पहले व्रत से जो नियम आप उठाएं उनका पालन करें. अगर निर्जला ही व्रत रखा था तो फिर हमेशा निर्जला ही व्रत रखें. आप इस व्रत में बीच में पानी नहीं पी सकते. 

- हरतालिका तीज का व्रत अगर आपने एक बार शुरू कर दिया है तो कम से कम उसे 1 साल को रखना होगा यानी कि अगर आप इस साल यह व्रत रखते हैं तो आपको इस व्रत को कम से कम अगले साल और एक बार रखना होगा. इसके अलावा, अगर बीच में आप किसी साल बीमार पड़ गए हैं तो व्रत यूं ही छोड़ नहीं सकते. बल्कि आपको उदयापन करना होगा या अपनी सास या देवरानी को व्रत देना होगा.  

- इस व्रत में सोने की मनाही होती है. व्रती महिलाओं को रातभर जागकर भगवान शिव का स्मरण करना चाहिए. इस दिन व्रती महिलाओं का सोलह श्रृंगार करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन श्रृंगार का सामान सुहागिन महिलाओं को दान भी बेहद पुण्यदायी है. इससे पति की उम्र बढ़ती है और स्वास्थ भी अच्छा बन रहता है. 

- तीज व्रत में अन्न, जल और फल 24 घंटे कुछ नहीं खाना होता है. शास्त्रों के अनुसार, हरतालिका तीज व्रत का श्रद्धा पूर्वक पालन करना चाहिए. अगर मन में किसी के प्रति दुर्भावना रखते हुए इस व्रत का पालन करते हैं तो न सिर्फ आप पर बल्कि आपके परिवार पर भी संकट आ सकता है.