logo-image

Hariyali Teej 2020: सुहागिन स्‍त्रियां क्‍यों लगाती हैं हाथों पर मेहंदी, जानें महत्व

सुहागिन स्त्रियों के लिए हरियाली तीज (Hariyali Teej) सावन महीने का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. सावन महीने (Sawan Month) की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को यह त्‍योहार मनाया जाता है. इस बार हरियाली तीज 23 जुलाई (गुरुवार) को मनाई जाएगी.

Updated on: 18 Jul 2020, 09:30 PM

नई दिल्ली:

सुहागिन स्त्रियों के लिए हरियाली तीज (Hariyali Teej) सावन महीने का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. सावन महीने (Sawan Month) की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को यह त्‍योहार मनाया जाता है. इस बार हरियाली तीज 23 जुलाई (गुरुवार) को मनाई जाएगी. इस दिन सुहागिन औरतें भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती की पूजा करती हैं. महिलाएं इस दिन बागों में झूला झूलती हैं और हाथों पर मेहंदी रचाती हैं. आइए जानते हैं क्यों महिलाएं हरियाली तीज पर हाथों में मेहंदी रचाती है?

यह भी पढ़ें : कालसर्प दोष से पीड़ित हैं तो करें त्रयंबकेश्‍वर ज्‍योतिर्लिंग की पूजा, सारे कष्‍ट हो जाएंगे दूर

धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो सुहागिन स्त्री इस दिन हाथों में मेहंदी लगाती है, उसका दांपत्य जीवन सुखी होता है. इस दिन विवाहित महिलाओं को अपने दांपत्य जीवन में सौभाग्य प्राप्ति के लिए और कुंवारी लड़कियों को भगवान शिव की तरह ही वर प्राप्ति के लिए पूर्ण शृंगार करना चाहिए.

यह भी पढ़ें : अमरनाथ यात्रा रद्द करने की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर एक अनोखी रस्म निभाई जाती है, जिसे रतजगा कहते हैं. यह रात में किया जाने वाला जागरण होता है. इसमें महिलाएं रात्रि जागरण करते हुए उल्लास के साथ, तीज के लोकगीत और भजन गाती हैं. रतजगा की रस्म श्रावण शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निभाई जाती है जबकि हरियाली तीज इसके अगले दिन तृतीया तिथि को पड़ती है.