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Hanuman Janmotsav 2022, 7 Divya Mudras of Bajrang Bali: हनुमान जी की भिन्न भिन्न मुद्राएं देती हैं ये संकेत, जानें हर मुद्रा का रहस्य

Hanuman Janmotsav 2022: अक्सर आपने हनुमान जी की तस्वीरों में उन्हें अलग अलग मुद्राओं में देखा होगा. आपको बता दें कि ये सभी मुद्राएं भिन्न भिन्न संकेत देती हैं और हर मुद्रा के पीछे एक गूढ़ रहस्य भी है जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.

Updated on: 16 Apr 2022, 04:09 PM

नई दिल्ली :

Hanuman Janmotsav 2022: अक्सर आपने हनुमान जी की तस्वीरों में उन्हें अलग अलग मुद्राओं (different mudras of hanuman ji) में देखा होगा. हनुमान जी की विभिन्न मुद्राओं की प्रतिमाओं के अलग-अलग मायने हैं. आमतौर पर कुल 9 मुद्राओं में हनुमान जी की प्रतिमा बनायी जाती है. आपको बता दें कि ये सभी मुद्राएं भिन्न भिन्न संकेत देती हैं (these postures of hanuman ji will give you different vardans) और हर मुद्रा के पीछे एक गूढ़ रहस्य भी है जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं.  

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पर्वत उठाते हुए हनुमान जी
यह बल का संदेश देता है. बजरंगबली की ये मुद्रा लोगों के अंदर साहस, बल, विश्‍वास और जिम्मेदारी का विकास पैदा करता है. जब कोई संकट या विपदा से घिरे हों कोई बड़ी जिम्मेदारी हो तो इस मुद्रा के हनुमान जी का सुमिरन करना चाहिए.

                                                 

लाल हनुमान
यदि आपका मंगल अशुभ हो तो लाल रंग वाले हनुमान जी की तस्वीर को घर में लगाना चाहिए. इससे गृह कलह से भी छुटकारा मिलता है. लोगों को तरक्की के रास्ते मिलते हैं. यह मुद्रा घंटाघर के पास मंदिर में है.

                                                 

विश्राम मुद्रा
विश्राम की मुद्रा में हनुमान जी की वो प्रतिमा होती है जिसमें वे जमीन पर लेटे हुए हैं. मान्यता है कि संजीवनी का पर्वत लाने के बाद भगवान हनुमान इस मुद्रा में थे. इस मुद्रा की पूजा करने से जीवन में स्थिरता और शांति की प्राप्ति होती है.

                                             

दरबार या भक्त हनुमान
जिस तस्वीर में हनुमान जी भगवान श्रीरामजी के चरणों में बैठे हों, उससे भक्ति का भाव आता है. ऐसी तस्वीर की पूजा करने से मनुष्य के अंदर सेवा और समर्पण की भावना का विकास होता है. धर्म, कार्य के प्रति समर्पण के लिए इस तस्वीर की पूजा करनी चाहिए.

                                             

श्रीराम भजन करते हुए
जिस तस्वीर में हनुमान जी भगवान श्रीराम के भजन करते नजर आते हैं, उसकी पूजा करने से मनुष्य के अंदर भक्ति भावना का संचार होता है. साथ ही ऐसी तस्वीर की पूजा से मनुष्य के अंदर आत्मविश्वास की भावना आती है.

                                             

छाती में राम को दिखाती मुद्रा
हनुमान जी जिस तस्वीर में अपनी छाती चीरकर भगवान राम को दिखाते हैं, वह विश्वास, सच्ची निष्ठा और समर्पण का प्रतीक होता है. ऐसी तस्वीर की पूजा प्रभु की भक्ति करने वालों को जरूर करनी चाहिए.

                                            

पंचमुखी हनुमान
पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर की पूजा करने से मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और धन संपत्ति में वृद्धि होती है. पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर घर के अंदर और बाहर भी लगानी चाहिए. किसी भी वास्तु दोष को दूर करने के लिए भी पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाई जाती है.

                                          

ध्यान मुद्रा में
ध्यान की मुद्रा में बैठे हनुमानजी की पूजा करने से मनुष्य को मानसिक शांति के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है. ऐसी तस्वीर की पूजा उन्हें जरूर करनी चाहिए जो तनाव में रहते हों.