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बृहस्पतिवार के दिन करे ये उपाय तो हर परेशानी होगी छूमंतर

वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को गुरु का दर्जा दिया गया है. ऐसे में गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करके गुरु ग्रह की कृपा पाई जा सकती है. गुरु को प्रसन्न रखकर भगवान और ग्रह दोनों को प्रसन्न किया जा सकता है.

Updated on: 16 Sep 2021, 08:35 AM

नई दिल्ली :

ज्योतिष के अनुसार बृहस्पतिवार (गुरुवार) को बृहस्पतिग्रह और भगवान विष्णु का दिन माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. भगवान विष्णु को ही बृहस्पति भगवान भी कहते हैं. वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को गुरु का दर्जा दिया गया है. ऐसे में गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करके गुरु ग्रह की कृपा पाई जा सकती है. गुरु को प्रसन्न रखकर भगवान और ग्रह दोनों को प्रसन्न किया जा सकता है. भगवान बृहस्पति की पूजा करने से ज्ञान, धर्म, संतान, विवाह और भाग्य बनते हैं. कहा जाता है कि अगर किसी लड़की की शादी नहीं हो रही तो उसे बृहस्पतिवार का व्रत करना चाहिए. संतान प्राप्ति के लिए भी गुरुवार का व्रत रखा जाता है. तरक्की के लिए भी लोग इस व्रत को करते हैं. 

यदि व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति कमजोर हो तो इससे व्यक्ति के विवाह में देरी, संतान प्राप्ति में कठिनाई और जीवन के अन्य क्षेत्रों में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बृहस्पति देव के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार का व्रत करते हैं. बृहस्पति देव के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए गुरुवार के दिन ये उपाय कर सकते हैं. 

पानी में एक चुटकी हल्दी डाल करें स्नान 

गुरु दोष को दूर करने के लिए इसद दिन अपने नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें. इसके साथ ही साथ नहाते वक्त “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें “ और मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं. इससे कुंडली में गुरु ग्रह के दोष दूर होते हैं. इसके अलावा गुणी व्यक्तियों की ज्ञानवर्धक पुस्तकें दान करके गुरु के हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है

सूर्योदय से पहले उठकर करें स्नान 

सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करने के बाद भगवान् विष्णु की पूजा अर्चना करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें.गुरुवार का व्रत रखें और यदि संभव हो तो केले के पौधे में जल में गुड़ और चने की दाल मिलाकर अर्पण करें. इसके साथ ही बृस्पतिदेव की कथा या सत्यनारायण भगवान की कथा सुने. 

गुरुवार को लेन-देन से बचे 

कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत बनाने के लिए बृहस्पतिवार के दिन किसी को उधार देते वक़्त ख़ास सावधानी बरतें. धन का लेन-देन करने से गुरु कमजोर होता है और इससे आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है. 

गुरुवार को पीला वस्त्र धारण करना चाहिए. इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने और उन्हें दान दक्षिणा देने से विशेष फल की प्राप्ति होती है.