गुरु पूर्णिमा 2018 पर अनोखा संयोग, पड़ेगा 21वीं सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण
यह दिन भारत और नेपाल में अपने गुरुओं को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है।
नई दिल्ली:
इस साल गुरु पूर्णिमा 27 जुलाई को पड़ रही है। ग्रीष्मकालीन संक्रांति के बाद गुरु पूर्णिमा पहली पूर्णिमा रात है। यह दिन भारत और नेपाल में अपने गुरुओं को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है। लोग अपने माता-पिता को भी धन्यवाद देते हैं क्योंकि वे अपने बच्चों को उद्देश्यपूर्ण ज्ञान प्रदान करते हैं।
हमारे देश में गुरू के महत्व को बताते हुए उसे साक्षात् ब्रह्मा का रूप माना जाता है गुरूब्रह्मा, गुरूर्विष्णु गुरूर्देवो महेश्वरः। गुरूर्साक्षात् परमब्रह्रा तस्मै श्री गुरूवेः नमः।। गुरु को ब्रह्म कहा गया है, क्योंकि जिस प्रकार से वह जीव का सर्जन करते हैं, ठीक उसी प्रकार से गुरु शिष्य का सर्जन करते हैं।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि वेदों को लिखने के बाद, ऋषि व्यास ने उन्हें सृष्टि के देवता भगवान ब्रह्मा को पहली बार सुनाया। इसलिए शास्त्रों में इसका धार्मिक महत्व होता है। तो इस बार पूर्ण उत्साह के साथ गुरु पूर्णिमा को मनाएं।
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है और इस दिन वेद व्यास की जयंती के रूप में मनाया जाता है। वेद व्यास हिंदू महाकाव्य महाभारत में लेखक के साथ-साथ एक चरित्र भी थे।
गुरु पूर्णिमा को बौद्धों द्वारा गौतम बुद्ध के सम्मान में मनाया जाता है, जिस दिन बुद्ध ने भारत के उत्तर प्रदेश में अपना पहला उपदेश दिया था।
गुरु पूर्णिमा के दिन इस बार 21वीं सदी का सबसे लंबा और पूर्ण चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है। चंद्र ग्रहण शाम 7: 30 बजे से शुरू होकर रात 9:13 मिनट तक रहेगा। इसी के साथ श्रावण मास की शुरूआत भी हो जाएगी।
ऐसे करें पूजा
- सुबह नहा-धोकर घर में ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान विष्णु या अपने गुरु का चित्र सामने रखकर पूजा करनी चाहिए और उन्हें दक्षिणा देनी चाहिए।
- व्यासजी के रचे ग्रंथों का अध्ययन-मनन करके उनके उपदेशों पर आचरण करना चाहिए।
- इस दिन गरीबों और ब्राह्मणों को दान देने से अत्यधिक पुण्य प्राप्त होता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन खीर का प्रसाद वितरण करना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसे में खीर बनाकर आपको परिवार के साथ खानी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: धर्म के बंधन को तोड़ मुस्लिम कलाकार बनाते हैं हिंदुओं के विवाह मंडप
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Pramanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के इन विचारों से जीवन में आएगा बदलाव, मिलेगी कामयाबी
-
Shri Premanand ji Maharaj: मृत्यु से ठीक पहले इंसान के साथ क्या होता है? जानें प्रेमानंद जी महाराज से
-
Maa Laxmi Shubh Sanket: अगर आपको मिलते हैं ये 6 संकेत तो समझें मां लक्ष्मी का होने वाला है आगमन
-
May 2024 Vrat Tyohar List: मई में कब है अक्षय तृतीया और एकादशी? यहां देखें सभी व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट