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Grih Pravesh Rules on Akshaya Tritiya 2022: गृह प्रवेश के दिन नियमों में की गई इन गलतियों से भंग हो जाती है शांति, घर में होता है कलह का वास

आने वाली 3 मई यानी कि मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया की सुगम तिथि है. इस तिथि को शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायी और विलक्षण माना जाता है. इस दिन गृह प्रवेश से लेकर विवाह तक सभी सुलभ संस्कार किये जा सकते हैं.

Updated on: 29 Apr 2022, 01:48 PM

नई दिल्ली :

Grih Pravesh Rules on Akshaya Tritiya 2022: आने वाली 3 मई यानी कि मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया की सुगम तिथि है. इस तिथि को शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायी और विलक्षण माना जाता है. इस दिन गृह प्रवेश से लेकर विवाह तक सभी सुलभ संस्कार किये जा सकते हैं. अगर आप भी गृह प्रवेश के लिए शुभ योग या मुहूर्त ढूंढ रहे हैं तो अक्षय तृतीया के दिन को चुन सकते हैं. लेकिन जरूरी होगा कि गृह प्रवेश के दौरान नियमों का खासा ध्यान रखा जाए. शास्त्रों के अनुसार, अगर मुहूर्त शुभ भी है लेकिन गृह प्रवेश के नियमों में चूक हुई है तो इसके परिणाम स्वरूप घर में न सिर्फ कलह का वास होता है बल्कि घर की शांति बुरी तरह भंग हो जाती है. 

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गृह प्रवेश के जरूरी नियम 
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गृह प्रवेश से पहले पंडित से शुभ मुहूर्त जरूर निकलवाएं.

- मान्यता है कि रविवार और शनिवार के दिन गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए. 

- ऐसी भी मान्यता है कि होली से पहले गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि नए घर में पहली होली नहीं जलाई जाती. 

- दीवाली से पहले और नवरात्रि के दिनों को गृह प्रवेश के लिए उत्तम माना गया है. 

- गृह प्रवेश के दिन निराहार रहना चाहिए. सुबह स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और परिवार और घर वालों के साथ घर में प्रवेश करें. 

- शुभ मुहूर्त में घर को फूलों, तोरण से सजाएं. 

- मान्यता है कि गृह प्रवेश से पहले घर के द्वार को साफ और कोरे वस्त्र से ढक दें. और घर में कलश स्थापित करें. 

- गृह प्रवेश के समय सबसे पहले देहली या चौखट की पूजा करें. 

- चौखट की पूजन के लिए सौभाग्यशाली स्त्रियां या फिर ब्राह्मण को ही आगे करें. 

- पति-पत्नी भी साथ मिलकर आगे आ सकते हैं. 

- चौखट या देहली पूजन के बाद दिक्पाल, क्षेत्रपाल और ग्राम देवता की पूजा करें. 

- इसके बाद मुख्य द्वार से गृह प्रवेश करें. 

- घर में एंट्री करते समय सबसे पहले दायां पैर आगे रखें. 

- इस दिन घर में हवन करवाएं और नवग्रह शांति अवश्य करवाएं. 

- मान्यता है कि इस दिन किचन में सबसे पहले घर की गृहणी को दूध उबालना चाहिए.