Addiction And Grah: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुरी लतों या दोषपूर्ण आदतों के पीछे भी ग्रहों का प्रभाव होता है. ज्योतिष में, ग्रहों की स्थिति और दशा व्यक्ति की व्यक्तित्व और आदतों पर भी व्यापक प्रभाव डालती है. ज्योतिष के अनुसार, शराब की लत का कारण ग्रहों के दोषों में हो सकता है, प्रमुखतः शनि, बुध, और राहू के दोष इसके कारक ग्रह माने जाते हैं. शराब की लत का धार्मिक प्रभाव बहुत ही दुःखद होता है. यह एक व्यक्ति को धार्मिक, सामाजिक, और पारिवारिक स्तर पर भी प्रभावित करता है. पहले तो, शराब की लत धर्म से विरुद्ध होती है. धार्मिक शास्त्रों में शराब को पाप के रूप में उल्लेख किया गया है और इसका सेवन करना धर्म के उत्थान में बाधक माना गया है. दूसरे, सामाजिक रूप से, शराब की लत व्यक्ति के सामाजिक संबंधों को भी प्रभावित करती है. यह उसके सामाजिक प्रतिष्ठा को कम करती है और उसे समाज में अलग कर देती है. तीसरे, पारिवारिक स्तर पर, शराब की लत परिवार के सदस्यों के बीच विवादों और द्वंद्वों का कारण बनती है. इससे परिवार के संबंध और प्रेम में दूरी पैदा होती है.
अधिकतर धार्मिक और सामाजिक संगठनें शराब की लत को धर्म, समाज, और परिवार के लिए हानिकारक मानती हैं और लोगों को इससे दूर रहने की सलाह देती हैं.
शनि के दोष: शनि ग्रह के दोष से व्यक्ति को मनोविकार, उदासी, और निराशा का अनुभव होता है. ऐसे माहौल में व्यक्ति शराब या अन्य नशीली पदार्थों का सहारा लेने का विचलन कर सकता है.
बुध के दोष: बुध ग्रह के दोष से व्यक्ति को मन में उद्धतता और चिंता की अवस्था होती है, जिससे वह शराब के सहारे अपने मन की चिंताओं को भूलने की कोशिश करता है.
राहू के दोष: राहू ग्रह के दोष से व्यक्ति को अस्थिरता और आत्मसंबंध में कमजोरी का अनुभव हो सकता है. इससे व्यक्ति अधिकतर शराब के सहारे अपने आत्म-संबंध को मजबूत करने का प्रयास कर सकता है.
केतु के प्रभाव: केतु ग्रह का प्रभाव व्यक्ति को अधिकतर अधिकारी और आत्ममंदी बना सकता है. इससे व्यक्ति बुरी लतों में प्रवृत्ति करने की प्रवृत्ति हो सकती है.
चंद्रमा का प्रभाव: चंद्रमा के अनुकूल स्थिति में व्यक्ति की भावनाओं का संतुलन होता है, लेकिन अनुकूल नहीं होने पर व्यक्ति की मानसिक स्थिति अस्थिर हो सकती है, जिससे उसे बुरी लतें हो सकती हैं.
ये ग्रहों के दोष व्यक्ति को शराब की लत में प्रवृत्ति करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, लेकिन उपाय के रूप में ज्योतिषीय उपायों और उपचारों का पालन किया जा सकता है जो इस दिशा में सहायक हो सकते हैं.
शराब छुड़ाने के ज्योतिष उपाय
गोल बर्तन: पति की शराब छुड़ाने के लिए एक गोल बर्तन उपयोगी होता है. बर्तन को रसोई के उत्तर-पूर्व कोने में स्थापित करें.
टेंट्रा का इस्तेमाल: पति की शराब छुड़ाने के लिए टेंट्रा (तांत्रिक उपाय) का इस्तेमाल किया जा सकता है. उसके लिए, उनकी पसंदीदा शराब की बोतल को एक साफ किसी दबावित प्लास्टिक टेंट्रा में रखें. टेंट्रा को उत्तर-पूर्व की दिशा में स्थापित करें.
लहसुन और नींबू का प्रयोग: शराब छुड़ाने के लिए लहसुन और नींबू का प्रयोग करें. इन्हें उत्तर-पूर्व के कोने में स्थापित करें.
धातु के कंधे: पति की शराब छुड़ाने के लिए धातु के कंधे (कोपर या सोने के कंधे) उपयोगी हो सकते हैं. धातु के कंधे को उत्तर-पूर्व की दिशा में बनाएं.
ये वास्तु उपाय पति की शराब छुड़ाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि इसके अलावा प्रेरित व्यक्ति को सही मार्गदर्शन और समर्थन की भी आवश्यकता होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau