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नवरात्रि पर जब भेजेंगे लोगों को ये शुभ संदेश, देवी मां देंगी भर-भर कर आशीष

हिंदू धर्म में नवरात्रि का क्या महत्व है. ये तो सभी जानते हैं. हिंदू धर्म में भी नवरात्रि का बहुत महत्व है. साथ ही इस दिन देवी मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है. इसे देशभर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है.

Updated on: 07 Oct 2021, 11:59 AM

नई दिल्ली:

हिंदू धर्म में नवरात्रि का क्या महत्व है. ये तो सभी जानते हैं. हिंदू धर्म में भी नवरात्रि का बहुत महत्व है. साथ ही इस दिन देवी मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है. इसे देशभर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. अब, नवरात्र के मौके पर मैसेज तो भेजे ही जाते हैं. साथ ही तस्वीरों भी शेयर की जाती है. इसे सनातन धर्म में सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है. हिंदू धर्म में भी दो नवरात्र होते है एक चैत्र और दूसरा शारदीय नवरात्र. मां दुर्गा की पूजा के लिए आश्‍व‍िन मास के नवरात्र यानी शारदीय 7 अक्‍टूबर 2021 से शुरु हो चुके हैं. 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र 15 अक्टूबर को विजय दशमी के दिन खत्म होंगे.

                                   

अब, अपको बता देते हैं कि इस दिन किस-किस प्रकार के संदेश भेजे जाते हैं. 

निकली है सज-धज के राम जी की सवारी,

लीला है सदा राम जी की न्यारी-न्यारी,

राम नाम है सदा सुखदायी, सदा हितकारी.

राम नवमी की हार्दिक बधाई

                                       

हमें था जिसका इंतजार वो घड़ी आ गई,
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई.


शारदीय नवरात्र 2021 की शुभकामनाएं

                                       

जगत पालनहार है मां, 

मुक्ति का धाम है मां.

सबकी भक्ति का आधार है मां, 

हमारी रक्षा का अवतार है मां.

शुभ नवरात्रि 2021

                                       

हो जाओ तैयार, मां अम्बे आ रही हैं,

सजा लो दरबार मां दुर्गा आ रही हैं,

तन, मन और जीवन हो जाएगा पावन,

मां के कदमों की आहट से, गूंज उठेगा घर-आंगन.

शुभ नवरात्रि 2021

                                      

गौरतलाब है कि राम नवमी का पावन त्योहार भारत में मनाए जाने वाले उन खास त्योहार में से एक है. जिसे हिंदू धर्म के लोग बहुत ही खुशी के साथ मनाते हैं. राम नवमी का यह त्योहार दुर्गा अष्टमी (Durga Ashtami) के अगले दिन मनाया जाता है. यह दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी दिन नवरात्रि (Navratri) के त्योहार का समापन होता है. इस दिन दो प्रमुख त्योहारों के होने के कारण राम नवमी का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.