Ganesh Visarjan Katha: आखिर बप्पा को जल में क्यों किया जाता है विसर्जित? जानें पौराणिक कथा

Ganesh Visarjan Katha: 10 दिनों तक गणपति की विधिपूर्वक पूजा करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन जल विसर्जित किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश जी का जल विसर्जन क्यों किया जाता है? जानिए इसके पीछे की पौराणिक कथा.

Ganesh Visarjan Katha: 10 दिनों तक गणपति की विधिपूर्वक पूजा करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन जल विसर्जित किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश जी का जल विसर्जन क्यों किया जाता है? जानिए इसके पीछे की पौराणिक कथा.

author-image
Sushma Pandey
New Update
Ganesh Visarjan Katha

Ganesh Visarjan Katha: सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय और विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है. माना जाता है कि गणेश जी की नियमित पूजा से सभी दुख-संकट दूर हो जाते हैं और किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश जी की पूजा से की जाए, तो वह कार्य निर्विघ्न संपन्न होता है. इसलिए, गणेश जी को बुद्धि और विवेक के दाता के रूप में भी जाना जाता है. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन गणेश जी का जन्म हुआ था. इस दिन से गणेश उत्सव की शुरुआत होती है, जो अनंत चतुर्दशी तक चलता है.

Advertisment

गणेश उत्सव का महत्व

गणेश उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है. लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना कर, दस दिनों तक विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं. यह माना जाता है कि भगवान गणेश इन दस दिनों में अपने भक्तों के घर में रहकर उनके सभी दुख-दर्द दूर कर उन्हें सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. भक्तों द्वारा गणेश जी की प्रिय वस्तुओं का भोग लगाकर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. दस दिनों की पूजा के बाद, अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति का जल में विसर्जन किया जाता है.

गणेश विसर्जन का कारण और पौराणिक कथा

गणेश विसर्जन के पीछे एक महत्वपूर्ण पौराणिक कथा है. कथा के अनुसार, महर्षि वेद व्यास जी ने महाभारत ग्रंथ की रचना के लिए भगवान गणेश को लेखक के रूप में चुना. वेद व्यास जी कथा सुनाते थे और गणेश जी उसे लिखते थे. वेद व्यास जी लगातार दस दिनों तक आंखें बंद करके कथा सुनाते रहे और गणेश जी उसे लगातार लिखते रहे. इस दौरान गणेश जी के शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ गया. तब वेद व्यास जी ने गणेश जी को ठंडा करने के लिए तालाब में स्नान कराया. तभी से गणेश विसर्जन की परंपरा की शुरुआत हुई. 

इस प्रकार, गणेश विसर्जन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह भगवान गणेश के आशीर्वाद प्राप्त करने और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का महत्वपूर्ण पर्व है. विसर्जन की इस परंपरा से यह संदेश मिलता है कि भगवान गणेश के आशीर्वाद से जीवन में आने वाली सभी बाधाओं और कठिनाइयों को दूर किया जा सकता है.

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Religion News in Hindi Religion Religion News When Is Ganesh Visarjan 2024 Ganesh Visarjan 2024 Ganesh Visarjan Katha
Advertisment