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चाणक्य नीति : अगर आर्थिक तंगी का कर रहे हैं सामना, चाणक्य की ये बातें आपके काम की

आर्थिक रूप से कमजोर होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हर कोई जीवन में आर्थिक रूप से मजबूत होना चाहता है. सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए धन का होना भी बहुत जरूरी है.

Updated on: 11 Jul 2021, 11:00 AM

दिल्ली :

आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) की अर्थनीति, कूटनीति और राजनीति विश्वविख्यात है, जो हर एक को प्रेरणा देने वाली है. चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और सलाहकार आचार्य चाणक्य के बुद्धिमत्ता और नीतियों से ही नंद वंश को नष्ट कर मौर्य वंश की स्थापना की थी. आचार्य चाणक्य ने ही चंद्रगुप्त को अपनी नीतियों के बल पर एक साधारण बालक से शासक के रूप में स्थापित किया. अर्थशास्त्र के कुशाग्र होने के कारण इन्हें कौटिल्य कहा जाता था. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र के जरिए जीवन से जुड़ी समस्याओं का समाधान बताया है.

आर्थिक रूप से कमजोर होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हर कोई जीवन में आर्थिक रूप से मजबूत होना चाहता है. सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए धन का होना भी बहुत जरूरी है. आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी कारगर साबित होती हैं. आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन कर समस्याओं से बचा जा सकता है.

सोच- समझकर करें धन का खर्च

आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को धन का खर्च हमेशा सोच- समझकर करना चाहिए. जो व्यक्ति धन का खर्च सोच- समझकर नहीं करता है, उसे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

बुरे कार्यों में न करें धन- खर्च

आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को धन का इस्तेमाल कभी भी बुरे कार्यों में नहीं करना चाहिए. बुरे कार्यों में धन का इस्तेमाल करने से धन का नाश हो जाता है. ऐसे लोग जो धन का इस्तेमाल बुरे कार्यों में करते हैं उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.


धन कमाने के लिए गलत रास्ते का चुनाव न करें

आचार्य चाणक्य के अनुसार धन कमाने के लिए कभी भी गलत रास्तों का चुनाव नहीं करना चाहिए. गलत तरीकों से कमाए गया धन किसी काम नहीं आता है. व्यक्ति को धन हमेशा ईमानदारी से कमाना चाहिए. 

धन की बचत जरूरी है

आचार्य चाणक्य के अनुसार हर व्यक्ति को धन की बचत जरूर करनी चाहिए. जो व्यक्ति धन की बचत नहीं करता है उसे बुरे वक्त में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. बुरे वक्त में धन व्यक्ति के काम आता है. 

आय से अधिक न करें धन- खर्च

आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को आय से अधिक धन खर्च नहीं करना चाहिए. आय से अधिक धन का खर्च करने से व्यक्ति को भविष्य में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.