February Panchak 2025 Dates: वैदिक पंचांग और हिंदू धर्म शास्त्रों में पंचक काल को सबसे अशुभ माना जाता है. फरवरी 2025 में पंचक कब लग रहा है ये जानकारी आप पहले ही ले लें. पंचक एक ऐसा समय होता है जब पंचमहाभूतों में से पृथ्वी, जल, आकाश, अग्नि और वायु का संयोजन विशेष रूप से प्रभावित होता है और इसे विशेष रूप से यात्रा, शुभ कार्य और नए प्रारंभ के लिए अशुभ समय माना जाता है. इस दौरान विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है और कुछ लोग ऐसे समय में किसी भी तरह के बड़े कामों को करने से बचते हैं.
फरवरी 2025 की पंचक तिथि
इस महीने में दो चरण में पंचक लग रहा है. पंचक के पीछे वैज्ञानिक कारण भी बताए जाते हैं. इस दौरान पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा की स्थिति ऐसी होती है कि प्राकृतिक आपदाएं आने का खतरा बढ़ जाता है.
पहला चरण 30 जनवरी (बृहस्पतिवार) शाम 6:35 बजे से 3 फरवरी (सोमवार) रात 11:16 बजे तक
दूसरा चरण 27 फरवरी (बृहस्पतिवार) सुबह 4:37 बजे से 3 मार्च (सोमवार) सुबह 6:39 बजे तक
हालांकि, गुरुवार से शुरू होने वाला पंचक दोष रहित माना जाता है. यह दिन भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति से जुड़ा है, इसलिए इस दौरान ये पांच कार्य करना शुभ माना गया है.
पहला, गुरुवार से शुरू हुए पंचक में आप धार्मिक कार्य जैसे पूजा-पाठ, मंत्र जाप, हवन आदि कर सकते हैं. भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति की पूजा करने से विशेष लाभ होता है. दूसरा, इस दौरान आप ज्ञानार्जन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. कोई नई भाषा सीखना, कोई नया विषय पढ़ना या धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करना शुभ होता है. तीसरा, दान करना बहुत शुभ माना जाता है. आप गरीबों को भोजन, कपड़े या धन दान कर सकते हैं. पंचक के समय घर में पूजा-पाठ करना और मंदिर जाना भी शुभ माना जाता है. गुरुवार से शुरू हुए पंचक में गुरु मंत्र का जाप करना विशेष लाभदायक होता है. चौथा, व्यापारी वर्ग के लिए भी यह समय शुभ होता है. आप नए व्यापारिक संबंध बना सकते हैं या अपने मौजूदा व्यापार को बढ़ा सकते हैं. पांचवा, अगर यात्रा आवश्यक हो तो आप कर सकते हैं. लेकिन, दक्षिण दिशा की यात्रा से बचना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)