दुर्गा महाअष्टमी का दिन , जाने क्या है संधि पूजा का समय
नवरात्रि के पर्व में अष्टमी की तिथि का विशेष महत्व है. ये दिन सबके लिए बहुत ख़ास होता है जिससे हम दुर्गा महा अष्टमी भी कहते है. इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है. मां दुर्गा की पूजा में नियम और अनुशासन को अधिक महत्व प्रदान किया जाता है.
New Delhi:
नवरात्रि के पर्व में अष्टमी की तिथि का विशेष महत्व है. ये दिन सबके लिए बहुत ख़ास होता है जिससे हम दुर्गा महा अष्टमी भी कहते है. इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है. मां दुर्गा की पूजा में नियम और अनुशासन को अधिक महत्व प्रदान किया जाता है. शुभ मुहूर्त में विधि पूर्वक पूजा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर कर उन्हें सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं. वहीं दुर्गा अष्टमी पर बनने वाले शुभ मुहूर्त कौन से हैं, आइये आपको बताते है. पंचांग के अनुसार अष्टमी की तिथि 12 अक्टूबर 2021, मंगलवार को रात 09 बजकर 49 मिनट 38 सेकंड से प्रारंभ होकर 13 अक्टूबर 2021, बुधवार को रात्रि 08 बजकर 09 मिनट और 56 सेकंड पर समाप्त होगी.
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अष्टमी की तिथि पर दुर्गा उत्सव पर विशेष आयोजन और पूजा की जाती है. दुर्गा उत्सव का पर्व षष्ठी की तिथि से आरंभ होता है. कई स्थानों पर दुर्गा पूजा पंडाल सजा कर मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है. लोगों को भोग बाटा जाता है जिसमे भगवान का पसंद दीदा खाना खिचड़ी मीठी चटनी आलू भाजा और सब्जी दी जाती है जिससे हम चौचड़ि भी बोलते है. इस दिन 64 योगिनियों और मां दुर्गा के आठ क्रूर रूप जिनहें अष्ट शक्ति भी कहा जाता है. इनकी पूजा की जाती है.
संधि पूजा का टाइम -
पंचांग के अनुसार संधि काल वो समय होता है जब अष्टमी की तिथि समाप्त होती है और नवमी की तिथि का आरंभ होता है. यह लगभग 48 मिनट तक रहता है. - प्रात: 03:23 से प्रात: 04:56 तक है और प्रात: 04:48 से प्रात: 05:36 तक है.
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पूजा का समय :
लाभ – प्रात: 06:26 से शाम 07:53 तक.
अमृत – प्रात: 07:53 से रात्रि 09:20 तक.
शुभ – प्रात: 10:46 से दोपहर 12:13 तक.
लाभ – प्रात: 16:32 से शाम 17:59 तक.
पूजा का समय :
शुभ – रात्रि 7 :32 से रात्रि 9 :06 तक.
अमृत – रात्रि 9 :06 से रात्रि 10 :39 तक.
लाभ (काल रात्रि) – रात्रि 03:20 से रात्रि 04:53 तक.
दिन का चौघड़िया :
लाभ – प्रात: 06:26 से शाम 07:53 तक.
अमृत – प्रात: 07:53 से रात्रि 09:20 तक.
शुभ – प्रात: 10:46 से दोपहर 12:13 तक.
लाभ – प्रात: 4:32 से शाम 5:59 तक.
पूजा का समय :
शुभ – रात्रि 7 :32 से रात्रि 9 :06 तक.
अमृत – रात्रि 9 :06 से रात्रि 10:39 तक.
लाभ (काल रात्रि) – रात्रि 03:20 से रात्रि 04:53 तक.
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