Gan Dosh in Kundli: क्या कुंडली का गण दोष डालता है विवाह में बाधा
Gan Dosh in Kundli: क्या आप जानते हैं शादी के बाद भी आपकी कुंडली के गण दोष आपके विवाह के बंधन में बाधा डाल सकते हैं. गण दोष क्या होता है और इससे शादी में अड़चनें कैसे आती हैं आइए जानते हैं.
New Delhi :
Gan Dosh in kundli: कुंडली में गण दोष का प्रभाव जटिल होता है और यह कई कारकों पर निर्भर करता है. कुंडली में गण दोष का प्रभाव अधिकतर अशुभ होता है. गण दोष वह दोष होता है जो जन्मपत्रिका में व्यक्ति के विवाह के लिए योग्य नहीं होता है. यह दोष विवाह में संघर्ष, समस्याएं और संघर्ष का कारण बनता है. गण दोष वाले व्यक्ति के विवाह की कुंडली में कुछ ग्रहों के योगक्षेत्रों का प्रभाव कमजोर होता है और इससे उन्हें विवाहीत जीवन में समस्याएं आ सकती हैं. इसके बावजूद, कुछ उपायों का अनुसरण करके गण दोष को निष्क्रिय किया जा सकता है, जिससे इसका प्रभाव कम हो सकता है. इसके लिए ज्योतिषाचार्य विशेष उपायों और परीक्षणों की सिफारिश करते हैं जो कि व्यक्ति को इस दोष से मुक्ति दिलाने में मदद कर सकते हैं. सामान्यतः, गण दोष का प्रभाव अशुभ होता है लेकिन सही उपायों का अनुसरण करके इसे कम किया जा सकता है और विवाहीत जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति की जा सकती है.
गण दोष क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में, तीन गण होते हैं: देव, मनुष्य और राक्षस. जन्म कुंडली में चंद्रमा के आधार पर व्यक्ति का गण निर्धारित होता है.
देव गण: चंद्रमा यदि मकर, कुंभ, मीन, वृषभ, मिथुन या कर्क राशि में हो तो व्यक्ति देव गण का होता है.
मनुष्य गण: चंद्रमा यदि मेष, सिंह, धनु, कन्या या तुला राशि में हो तो व्यक्ति मनुष्य गण का होता है.
राक्षस गण: चंद्रमा यदि वृश्चिक राशि में हो तो व्यक्ति राक्षस गण का होता है.
गण दोष कब बनता है- जब वर और वधू का गण समान हो, तो गण दोष बनता है. जब वर देव गण का हो और वधू राक्षस गण की हो, तो गण दोष बनता है. जब वर राक्षस गण का हो और वधू देव गण की हो, तो गण दोष बनता है.
गण दोष का प्रभाव जन्म कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है. कुछ मामलों में, गण दोष विवाह में बाधा डाल सकता है. गण दोष विवाह के बाद जीवन में कठिनाइयों का कारण बन सकता है. गण दोष स्वास्थ्य, धन और संतान संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है.
गण दोष का निवारण करने के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं. कुछ ज्योतिषी गण दोष निवारण के लिए मंत्रों का जाप, यज्ञ और दान-पुण्य करने की सलाह देते हैं. गण दोष निवारण के लिए रत्न धारण करने की सलाह देते हैं. ज्योतिष के जानकारों की माने तो गण दोष हमेशा अशुभ नहीं होता है. कुछ मामलों में, गण दोष व्यक्ति के लिए शुभ भी हो सकता है. केवल ज्योतिषीय उपाय करने से ही गण दोष का निवारण नहीं होगा. आपको अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत भी करनी होगी. गण दोष के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप किसी ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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