Year 2025 Astrology: साल की शुरुआत अच्छी हो तो माना जाता है कि पूरा साल शुभ रहता है. साल के पहले दिन का ब्रह्म मुहूर्त बेहद खास होता है. ये वो पल होता है जब आप कुछ विशेष उपाय या मंत्र जाप से अपने पूरे साल के लिए शुभता का आशीर्वाद पा सकते हैं. अगर आपने एक बार भी 1 जनवरी 2025 के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ये कार्य कर लिया तो आने वाले पूरे साल आप पर धन की ऐसी वर्षा होगी कि आप दिन दोगुनी और रात चौगुनी तरक्की करने लगेंगे. साल का पहले ब्रह्म मुहूर्त कब है और इस समय आपको क्या उपाय करते हैं आइए जानते हैं.
साल 2025 का पहला ब्रह्म मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार 1 जनवरी 2025 के दिन ब्रह्म मुहूर्त का समय सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. आप इस बीच उठकर नहाकर ये उपाय और पूजा कर सकते हैं.
ब्रह्म मुहूर्त में करें ये उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर आप साल के पहले दिन ब्रह्म मुहूर्त में कोई उपाय करते है तो आपको उसका शुभ फल साल के 365 दिन मिलता है. ऐसा माना जाता है कि इससे (Year 2025 Astrology) खुश होकर धन के देवता कुबेर आपके लिए खजाने के द्वार खोल देते हैं. अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप उसमें से कितना बटौर पाते हैं.
नहाने के बाद मंदिर में देसी घी का दीपक जलाते ही आप इस मंत्र का जाप करें - ॐ कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती करमूले: तू गोविंदा: प्रभाते कर दर्शनम्. ये मंत्र आप जितना ज्यादा इस दिन या सालभर में जपेंगे आपके तरक्की के मार्ग उतनी ही तेजी से खुलने लगेंगे.
ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति की हथेलियों में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है. अगर आप सुबह उठते ही अपनी हथेली देखकर इस मंत्र का जाप करते हैं तो धन-दौलत से आपके भंडार भरने लगते हैं. ऊँ ब्रह्म मुरारी पुरान्तकारी भानु शशि भूमिस्तुतों बुधश्च गुरुश्च, शुक्र, शनिए, राहु, केतवा कुरुवंतु सर्वे मर्मे सुप्रभातम ऊँ
आप इन मंत्रों को आज ही याद कर लें. अगर आप आने वाले साल (Year 2025 Astrology) में इन मंत्रों का नियम पूर्वक जाप करना शुरू कर देंगे तो आप आसानी से ये देख पाएंगे कि आप दूसरों के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से तरक्की कर रहे हैं. आपके घर में खुशियों का वास हो रहा है. घर में रहने वालों का स्वास्थ्य बेहतर होगा और आप दिनभर शांति महसूस करेंगे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)