Hanuman Chalisa: हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बहुत महत्व है, बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब इसका पाठ पढ़ते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने के नियम हैं. अगर आप इन बातों को ध्यान में रखे बिना बजरंगबली को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं, तो आपको मुश्किल हो सकती है. हनुमान जी को कलयुग का देवता मानने वाले लोग दिन रात उनकी भक्ति करते हैं. आप भी अगर नियमपूर्वक उनका पाठ करते हैं तो पहले ये जान लें कि कहीं आप भी ये गलतियां तो नहीं कर रहे.
हनुमान चालीसा पढ़ने के नियम (Hanuman Chalisa Rules in Hindi)
हनुमान चालीसा का पाठ जब आप पढ़ना शुरू करते हैं तो ज्यादातर लोग उसकी चौपाईयों से इसे शुरू करते हैं. जबकि चौपाई से पहले दोहा भी लिखा होता है उसे पढ़ना जरूरी है. अगर आप भी ये गलती करते हैं तो ऐसा माना जाता है कि इससे आपको पूजा का पूरा फल नहीं मिलता.
पूजा के समय धीरे-धीरे और साफ-साफ शब्दों में इसका पाठ पढ़ना चाहिए. कभी भी बीच में से हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू न करें. इसे शास्त्रों में दोष माना जाता है. हनुमान चालीसा पढ़ने का सही तरीका यही है कि आप उसे शुरू से अंत तक क्रमबद्ध तरीके से ही पढ़ें.
जल्दीबाजी में या गंदगी में इस पाठ को पढ़ने की गलती न करें. जब भी हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करना हो तो उससे पहले आप स्नान कर साफ कपड़े पहनें. मंदिर में दीपक जलाकर आसन बिछाएं और फिर आराम से बैठकर उस पर पाठ पढ़ें.
कई कारण से अगर आप हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ते समय बीच में कुछ और बोलते हैं या किसी बात का जवाब देने लगते हैं, या किसी को इशारे से कुछ समझाने लगते है और दोबारा इस पाठ को करना शुरू कर देते हैं तो ये भी गलत माना जाता है. इससे आपको हनुमान चालीसा का पूरा फल नहीं मिलता. आपकी पूजा भी अधूरी मानी जाती है.
हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)का पाठ पढ़ने के बाद सबसे जरूरी नियम ये है कि आपको भगवान राम का नाम जरूर लेना चाहिए. उनके जयकारे लगाते हुए जब आप पूजा का अंत करते हैं तो इससे हनुमान की विशेष प्रसन्न होकर आपको आपकी पूजा का फल जल्द देते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)