दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस के दिन लोगों में खरीदारी को लेकर खासा उत्साह देखने को मिलता है। इस दिन लोग नई-नई चीजें खरीदना पसंद करते हैं। इस परंपरा काे हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है। इसके अलावा इस दिन लक्ष्मी-गणेश और धनवंतरी का पूजन किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं धनतरेस पर धनवंतरी और लक्ष्मी गणेश की पूजा कैसे करें।
धनतरेस पर पूजा की विधि
लकड़ी के पट्टे पर रोली का स्वास्तिक बनाकर इसके ऊपर एक तेल का दिया जलाएं। दिये के आस-पास तीन बार गंगा जल छिड़कें और दिये को किसी चीज से ढक दें। दीपक पर रोली और चावल का तिलक भी लगाएं। साथ ही मिठाई का भोग लगाएं। फिर रुपये चढ़ाकर देवी लक्ष्मी और गणेश जी को अर्पण करें। ध्यान रहे इस दिये को अपने घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में रख दें।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
धनतेरस पूजा: 28 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 35 मिनट से 6 बजकर 20 मिनट तक
इस दिन प्रदोष काल 5 बजकर 35 मिनट से 8 बजकर 11 मिनट तक हैं। लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल के दौरान ही होना चाहिए। प्रदोष काल की अवधि 2 घंटे 24 मिनट की है।
इस पूजा के बाद धनवंतरी पूजन करना भी जरूरी है। इसके लिए अपने घर के पूजा गृह में जाकर ॐ धं धन्वन्तरये नमः मंत्र का 108 बार उच्चारण करें। इस उच्चारण से आपकके सभी दुख और कलेश झट से दूर हो जाएंगे।
इस दिन क्या-क्या खरीदें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन सोने और चांदी की चीजें खरीदना शुभ होता है। सोने और चांदी की चीजें खरीदने से घर में लक्ष्मी हमेशा निवास करती हैं और घर में सुख समृद्धि और धन की कमी नहीं होती।
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इस दिन घरों में देवी लक्ष्मी को खुश करने के लिए भजन भी गाए जाते हैं। इस मौके पर लोग धन की वर्षा के लिए नए बर्तन और आभूषण खरीदते हैं। ऐसी मान्यता है कि धातु नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करती है। यहां तक कि धातु से आने वाली तरंगे भी थेराप्यूटिक प्रभाव पैदा करती है।
कुछ लोग इस दिन इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, वॉशिंग मशीन और मोबाइल लेना भी पसंद करते हैं। आप भी उपरोक्त बताई गई धनतेरस की पूजा विधि अपनाकर और सोने—चांदी की चीजें खरीदकर अपनी किस्मत चमका सकते हैं
Source : News Nation Bureau