धनतेरस का पर्व आज यानी मंगलवार को मनाया जा रहा है. हर वर्ष धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है. इस दिन से पांच दिवसीय दिवाली के पर्व की शुरुआत होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, धनतेरस के दिन ही भगवान धन्वतंरि का जन्म हुआ था, इसलिए इसे धनतेरस का नाम दिया गया. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान धन्वंतरि के साथ माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस दिन बर्तन खरीदने का रिवाज है. इस बार धनतेरस पर धन योग बनने से इसका महत्व बढ़ रहा है. धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस योग में किए गए कार्य का फल तीन गुना मिलता है. इस दौरान किसी भी बुरे काम को करने से बचना चाहिए. इसलिए इस दिन निवेश करना शुभ माना जाता है. सोने और चांदी की चीजें को सर्वोत्तम माना जाता है.
धनतेरस पर ग्रहों का योग
धनतेरस पर तीन ग्रह मिलकर शुभ संयोग बना रहे हैं. सूर्य, मंगल और बुध धनतेरस के दिन तुला राशि में हैं. बुध और मंगल मिलकर धन योग का बनाते हैं. जबकि बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग का निर्माण होगा. इस योग को रायोग की श्रेणी में रखा जाता है इसके अलावा मंगल और बुध की युति को व्यापार के लिए अति लाभकारी माना जाता है.
धनतेरस पर बुध राशि का परिवर्तन
धनतेरस के दिन बुध संक्रांति का शुभ योग बन रहा है. बुध ग्रह तुला राशि में गोचर करेंगे। बुध 2 नवंबर से 22 नवंबर तक इस राशि में रहने वाले हैं. बुध को व्यापार और वाणी का कारक माना गया है. धनतेरस के दिन व्यापारियों को लाभ की संभावना है.
HIGHLIGHTS
- धनतेरस के दिन ही भगवान धन्वतंरि का जन्म हुआ था
- इस दौरान किसी भी बुरे काम को करने से बचना चाहिए
- धनतेरस पर तीन ग्रह मिलकर शुभ संयोग बना रहे हैं
Source : News Nation Bureau