आज पूरे देश में कार्तिक पूर्णिमा मनाई जा रही है और इस मौके पर देश भर में श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में डुबकी लगाई. इस कई जगहों पर गंगा स्नान त्योहार के नाम से भी जाना जाता है. इस दौरान लोग गंगा नदी में स्नान करने के बाद दीपदान, भगवान की पूजा, आरती और हवन करते हैं जिसका आज के दिन बेहद महत्व माना जाता है. यह त्योहारा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा वाले दिन मनाया जाता है इसलिए इसे कार्तिक पूर्णिमा कहा जाता है.
कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहुर्त गुरुवार के 12 बजकर 16 मिनट से शुक्रवार को सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक हैं. लेकिन उदय मान सूर्य के तिथि के मुताबिक गंगा स्नान का यह त्योहार आज मनाया जा रहा है.
कार्तिक पूर्णिमा को लेकर मान्यता है कि पूर्णिमा पर ही भगवान शिव ने राक्षस त्रिपुरासुर का वध किया था इसलिए इस दिन को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन चंद्रोदय के समय शिव जी और कृतकाओं की पूजा करनने से भगवान भोले जल्द प्रसन्न हो जाते हैं. आज के दिन दीपदान का भी मेहद महत्व माना जाता है.कार्तिक पूर्णिमा के ही संध्या समय में भगवान विष्णु ने मतस्यावतार धाराण किया था इसलिए आज लोग उनकी भी पूजा करते हैं.
आज के दिन देश भर में गंगा जैसी पवित्र नदियों में स्नान के लिेए भारी भीड़ उमड़ती है जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा इंतजामों के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है.
Source : News Nation Bureau