logo-image

देवघरः बाबा बैद्यनाथ की नगरी शिवभक्तों के स्वागत को तैयार, कांवड़ियों के लिए विशेष सुविधाएं

सावन (Sawan 2019) कल यानी बुधवार से शुरू हो रहा है. सोमवार को आने वाले शिवभक्तों की संख्या और भी बढ़ जाती है.

Updated on: 16 Jul 2019, 05:11 PM

देवघर (झारखंड):

सावन (Sawan 2019) कल यानी बुधवार से शुरू हो रहा है. झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम श्रावणी मेले को लेकर पूरी तरह से तैयार है. यहां के प्राचीन शिव मंदिर में स्थित मनोकामना शिवलिंग को द्वादश ज्योतिर्लिगों में सर्वाधिक महिमामंडित माना जाता है. वैसे तो यहां सालभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है, लेकिन सावन (Sawan 2019) के महीने में यहां प्रतिदिन करीब एक लाख शिवभक्त मनोकामना शिवलिंग पर जलार्पण करते हैं. सोमवार को आने वाले शिवभक्तों की संख्या और भी बढ़ जाती है.

देवघर जिला प्रशासन, राज्य सरकार और मंदिर न्यास समिति ने इस साल सावन (Sawan 2019) में यहां आने वाले शिवभक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसे लेकर विशेष तैयारी की है. देवघर जिला प्रशासन का दावा है कि झारखंड राज्य के प्रवेशद्वार दुम्मा से लेकर बाबाधाम में पड़ने वाले पूरे मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है. दुम्मा से लेकर बाबा मंदिर की दूरी लगभग 15 किलोमीटर है.

यह भी पढ़ेंः Kawad yatra 2019: जानिए क्यों होती है कांवड़ यात्रा और कैसे हुई थी इसकी शुरुआत

देवघर के उपायुक्त (जिलाधिकारी) राहुल कुमार सिन्हा ने आईएएनएस को बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि 17 जुलाई से शुरू होने वाले सावन (Sawan 2019) महीने में अधिक भीड़ जुटने के मद्देनजर बाबा पर जलार्पण के लिए 'अरघा सिस्टम' की व्यवस्था रहेगी. अरघा के जरिए ही शिवभक्त जलार्पण करेंगे. इस साल मंदिर परिसर में तीन अरघा लगाए गए हैं.

यह भी पढ़ेंः साक्षी मिश्रा से भी तेज निकली घर से भागी हुई यह लड़की पर हर कोई कर रहा इसकी तारीफ

उन्होंने कहा, "राजकीय श्रावणी मेले के दौरान देवघर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के मद्देनजर चौतरफा तैयारियां की जा रही हैं. श्रद्धालुओं के स्वागत को लेकर बैद्यनाथ धाम को बेहतर और आकर्षक लुक देने का काम अंतिम चरण में है. बाबाधाम को आकर्षक विद्युत व्यवस्था के साथ दूधिया रोशनी से नहलाया जा रहा है. "

यह भी पढ़ेंः साेते समय इन 16 बातों का अगर नहीं रखते ध्‍यान तो आपको बर्बाद होने से कोई नहीं बचा सकता

इस साल मेले के दौरान साफ-सफाई व सौंदर्यीकरण के कार्यो पर विशेष ध्यान केंद्रित किए जाने पर जोर दिया गया है. मेले में सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता तैयारी की गई है. देवघर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 'क्राउड मैनेजमेंट' पर विशेष ध्यान दिया गया है.

यह भी पढ़ेंः 14 दिनों में लगभग 1.80 लाख श्रद्धालुओं ने की अमरनाथ यात्रा

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, "सुरक्षा व्यवस्था में राज्य पुलिस बल के अलावा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और त्वरित कार्य बल (रैफ ) के जवानों की तैनाती की गई है. मेला क्षेत्र की निगरानी ड्रोन कैमरे से की जाएगी. रास्ते की निगरानी के लिए 350 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. "

यह भी पढ़ेंः 27 पत्नियों वाले चांद को क्यों और किसने दिया श्राप, दाग लगने का क्या है रहस्य?

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि लगातर कई साल तक श्रावणी मेले में अनुभवी पदाधिकारियों की विशेष रूप से मदद ली जाएगी. पूरे एक माह तक पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 40 पुलिस अधिकाारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. इसके अलावा 120 इंस्पेक्टर और 771 पुलिस अवर निरीक्षक और सहायक अवर निरीक्षक को विधि व्यवस्था की जिमेदारी सौंपी गई है. बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों की तैनाती की जा रही है.

यह भी पढ़ेंः Lunar Eclipse 2019: आज रात लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें किस राशि पर क्या होगा असर

श्रावणी मेला के दौरान बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु भी कांवड़ लेकर बाबा भोले की नगरी देवघर पहुंचती हैं. इन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर महिला जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है. उल्लेखनीय है कि देवघर के बैद्यनाथ धाम में वर्ष भर शिवभक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन सावन (Sawan 2019) महीने में यह पूरा क्षेत्र केसरिया पहने शिवभक्तों से पट जाता है. भगवान भोलेनाथ के भक्त 105 किलोमीटर दूर बिहार के भागलपुर के सुल्तानगंज में बह रही उत्तर वाहिनी गंगा से जल भर कर कांवड़ लिए पैदल यात्रा करते हुए यहां आते हैं और बाबा का जलाभिषेक करते हैं.