Grah Gochar 2024: 25 दिसंबर 2024 को क्रिसमस का दिन ज्योतिष के दृष्टिकोण से बेहद शुभ और खास माना जा रहा है. इस दिन चार प्रमुख ग्रहों के मिलन से दो ऐसे योगों का निर्माण होने वाला है जो आर्थिक उन्नति लाने के संकेत दे रहे हैं. कहा जा रहा है कि ये क्रिसमिस किस्मत के बंद ताले खोल देगा, आने वाले साल में आपको जबरदस्त आर्थिक उन्नति देखे को मिलेगी. अगर आपकी कुंडली में बाकि ग्रहों की स्थिति मजबूत हुई तो इसका आपको पूरा लाभ मिलेगा. ये ग्रह कौन से हैं और किन शुभ योग का निर्माण इस दौरान होगा आइए जानते हैं.
केंद्र दृष्टि योग
गुरु और शनि (saturn-jupitor) के बीच 90 डिग्री का कोण केंद्र दृष्टि योग का निर्माण करता है. हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु और शनि 90° पर दिसम्बर 25, 2024, बुधवार को 03:19 ए एम बजे इस योग को बनाएंगे. ज्योतिष में गुरु को ज्ञान, समृद्धि और सफलता का कारक माना जाता है जबकि शनि को कर्म, मेहनत और समय का भगवान माना जाता है. जब इन दोनों का मिलन होता है तो यह योग व्यक्ति को मेहनत और सही दिशा में काम करने से सफलता दिलाने का संकेत है. ये योग आर्थिक स्थिति को सुधारने, नई दिशा में काम करने और शैक्षिक उन्नति के लिए भी शुभ है.
प्रतियुति योग
सूर्य और मंगल 150° पर दिसम्बर 25, 2024, बुधवार को 10:27 ए एम बजे मिलेंगे. जब सूर्य और मंगल (sun and mars) के बीच 150 डिग्री का कोण बनता है तो इससे प्रतियुति योग का निर्माण होता है. व्यक्ति की ऊर्जा, आत्मविश्वास और प्रेरणा को बढ़ाने वाले इस योग का जातक के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. हिंदू धर्म शास्त्रों में सूर्य को आत्मा और शक्ति का कारक माना जाता है और मंगल को वीरता, संघर्ष और उत्साह का ग्रह माना जाता है. इस योग के प्रभाव से व्यक्ति में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उत्साह और साहस का संचार होता है. किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत या किसी चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए भी इस योग को ज्योतिषाचार्य शुभ मानते हैं.
25 दिसंबर 2024 को बने ये दो शुभ योग क्रिसमस के उत्सव को और भी खास बना रहे हैं. जहां एक ओर क्रिसमस का त्योहार खुशी और उल्लास का प्रतीक है वहीं ज्योतिष के अनुसार ये दिन नए अवसरों और सफलता की दिशा में अहम साबित हो सकता है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)