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हिन्दुओं के लिए पुनर्जागरण जैसा होगा अयोध्‍या में मंदिर निर्माण : आलोक कुमार

अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का निर्माण किसी एक मंदिर का निर्माण नहीं, बल्कि हिन्दू चेतना के पुनर्जागरण का अभियान है. विहिप के केंद्रीय कार्याध्‍यक्ष ने पटना में प्रेस को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं.

Updated on: 01 Jan 2021, 08:30 PM

नई दिल्ली:

अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का निर्माण किसी एक मंदिर का निर्माण नहीं, बल्कि हिन्दू चेतना के पुनर्जागरण का अभियान है। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, इस अभियान से ही देश के कई दुर्गुण समाप्त हो जाएंगे और भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर होगा. आलोक कुमार ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए जा रहे धन संग्रह अभियान में 13 करोड़ परिवारों का सहयोग भी मिलेगा. 

आलोक कुमार ने कहा, बिहार में धन संग्रह अभियान को तेज को तेज करने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ने बिहार के ख्‍यातिप्राप्‍त डॉक्‍टर पद्मश्री डॉ आरएन सिंह की अध्यक्षता में श्रीराममंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति बनाई है. पूज्‍य साधु-संतों के दिशानिर्देशन में यह अभियान चलाया जाएगा.

आलोक कुमार ने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा, श्रीराम लला 2024 तक मुख्य मंदिर के गर्भगृह में स्थापित हो जाएंगे. उसके बाद भक्तों को भव्य राम मंदिर में दर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा. इससे पहले आलोक कुमार ने कहा था, श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए देश के छह लाख में से चार लाख गांवों में जाने की योजना थी, लेकिन कई बैठकों के बाद तय हुआ कि हम सवा पांच लाख गांवों तक जाएंगे और 11 की बजाय 13 करोड़ परिवारों से धन जुटाएंगे. उन्‍होंने यह भी कहा कि मुसलमान भी चाहें तो राम मंदिर के लिए दान दे सकते हैं. 

आलोक कुमार बोले, मध्यप्रदेश में 50,000 गांव और सवा करोड़ परिवारों में साढ़े छह करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है. उन्‍होंने कहा कि यह निश्चित रूप से दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा धन संग्रह अभियान होगा. इस अभियान में उन मुस्लिम धर्मावलंबियों का भी स्‍वागत है, जो श्रीराम को अवतार, महापुरुष और इमाम-ए-हिंद मानते हैं और अगर मुसलमान भाई भी राम जी के काज में दान देना चाहते हैं तो वे दे सकते हैं.