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Chhath Puja: मुस्लिम समाज के लोगों ने सांप्रदायिक सौहार्द की पेश की मिसाल, छठ पूजा को लेकर किया ये काम

दीपावली के बाद अब बिहार और पूर्वांचल के जिलों में छठ की तैयारी शुरू हो गई है. कई छठ घाटों का साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो गया है. छठ को लेकर महाराजगंज जिले के नौतनवां कस्बे में गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिल रही है.

Updated on: 26 Oct 2022, 07:56 PM

महराजगंज:

Chhath Puja : दीपावली के बाद अब बिहार और पूर्वांचल के जिलों में छठ की तैयारी शुरू हो गई है. कई छठ घाटों का साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण का काम शुरू हो गया है. छठ को लेकर महाराजगंज जिले के नौतनवां कस्बे में गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिल रही है. यहां पर मुस्लिम समाज के लोग सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करते हुए छठ व्रत की तैयारियों में हिस्सा ले रहे हैं. पिछले 25 सालों से मुस्लिम समुदाय के लोग छठ व्रतियों के लिए सभी तरह की तैयारी करते हैं, जिसमें छठ घाट की सफाई से लेकर सौंदर्यीकरण का भी पूरा ध्यान रखते हैं. इसके साथ ही पूजा के दौरान आ रहे लोगों की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया जाता है.

नौतनवां नगर पालिका के अध्यक्ष मोहम्मद कलीम उर्फ गुड्डू खान इस तैयारी की अगुवाई करते हैं. गुड्डू खान के साथ उनके सहयोगी मजीद, सफीक और गयासुद्दीन भी छठ पूजा की तैयारियों में 10 दिन से जुटे रहते हैं और छठ पूजा के अंतिम दिन जब व्रती महिलाएं पूजा संपन्न करके छठ घाटों से जाती हैं तो इनका काम खत्म होता है. 

गुड्डू खान का कहना है कि उनके ऊपर छठी मैया की विशेष कृपा है और उनके ही आशीर्वाद से वह नगर पालिका के चेयरमैन बने हैं. उन्होंने जब भी कुछ भी छठी मैया से मांगा है वो जरूर पूरा हुआ है. गुड्डू खान का पूरा परिवार छठी मैया में बेहद आस्था रखता है और इस महाव्रत को सम्पन्न कराने में लोगों की हर संभव मदद करता है. 

नौतनवां में पिछले कई दशकों से हिंदू-मुस्लिम मिलकर छठ के त्योहार को मनाते हैं. यह पूजा प्रकृति को पूरी तरह समर्पित है, इसलिए इसमें सहयोग के साथ पूजा खत्म होने के बाद मुस्लिम युवक भी कतार में खड़े होकर प्रसाद का इंतजार करते हैं और उसे ग्रहण करते हैं. आज से यहां पर सभी छठ घाटों की साफ सफाई में जुटे मुस्लिम युवकों को देखकर व्रती परिवार के लोग भी काफी खुश नजर आ रहे हैं और इसे अपने कस्बे की बड़ी उपलब्धि बताते हैं.