logo-image

Chhath Puja 2021: छठ के निर्जल व्रत की हुई शुरुआत, अर्घ्य के साथ ऐसे करें पूजा

छठ पर्व के दूसरे दिन यानी मंगलवार को खरना श्रद्धा के साथ मनाया गया. इसके पूर्ण होने के साथ ही छठ के निर्जल व्रत की शुरुआत हो गई. व्रतियों को अर्घ्य देने में दिक्कत का सामना न करना पड़े इसके लिए प्रशासन ने कई कृत्रिम तालाब के निर्माण कराए हैं.

Updated on: 10 Nov 2021, 08:02 AM

highlights

  • मंगलवार को छठ व्रत को लेकर महानगर के विभिन्न स्थानों पर दुकानों पर खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी
  • ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में सात जगह कृत्रिम तालाब बनवाए
  • दिल्ली में यमुनापार के इलाकों में 63 घाटों पर छठ पूजा होगी

नई दिल्ली:

Chhath Puja 2021: छठ पर्व के दूसरे दिन खरना श्रद्धा के साथ मनाया गया. दिन भर व्रत रहने के बाद महिलाओं ने शाम को रसियाव-रोटी ग्रहण की. इसी के साथ खरना व्रत पूर्ण हो गया। वहीं छठ के निर्जल व्रत की शुरुआत हो गई. छठ व्रत बुधवार यानी आज परंपरागत रूप से आस्था व श्रद्धा के साथ मनाया जाना है. व्रती महिलाएं इस दिन निर्जल व्रत रहेंगी और सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ेंगी. व्रती महिलाओं के घर उत्सव जैसा माहौल कायम रहेगा. मंगलवार को छठ व्रत को लेकर महानगर के विभिन्न स्थानों पर दुकानों पर खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी. लगभग हर चौराहे पर सड़क की दोनों पटरियों पर इस व्रत में उपयोग में आने वाली पूजा सामग्री की दुकानें सजाई गईं। फल, सब्जी, सूपा, दउरा, गन्ना, गंजी, सुथनी, सिंघाड़ा आदि की खरीदारी हुई. देर रात तक बाजारों में चहल-पहल बनी रही.

स्थापित होंगी मूर्तियां

अनेक श्रद्धालु छठ माता की मूर्तियों को स्थापित कर पूजा-अर्चना करेंगे. मंगलवार को मूर्तियों को देर शाम तक कलाकार सजाते रहे. रात को मूर्तियां पूजा स्थलों पर ले जाकर रख दी गईं। बुधवार को स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी. 

सात जगह कृत्रिम तालाब बनवाए

व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में सात जगह कृत्रिम तालाब बनवाए गए और इनमें पानी का इंतजाम  अथॉरिटी की ओर से कराया गया है. ग्रेटर नोएडा में बड़ी तादाद में लोग छठ महापर्व को मनाते हैं, इसे देखते हुए प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने छठ महापर्व के व्रतियों को अर्घ्य देने के लिए जल विभाग को कृत्रिम तालाब निर्मित करने के आदेश दिए थे. इसे लेकर विभाग ने दो जगह कृत्रिम तालाब का निर्माण कराया। ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क स्थित आईईसी कॉलेज के पास दो तालाब का निर्माण कराया गया.

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चेरी काउंटी के पास बड़े तालाब का निर्माण कराया गया। इसके अलावा कासना, कुलेसरा, म्यू सेकेंड स्थित ईडब्ल्यूएस फ्लैट के पास, रोजा जलालपुर के समीप गैलेक्सी वेगा सोसाइटी, नवादा गांव स्थित शनि मंदिर के पास बने कृत्रिम तालाब में पानी का इंतजाम करा गया. व्रती इन जगहों पर सूर्य को अर्घ्य देंगे. वहीं दिल्ली में यमुनापार के इलाकों में 63 घाटों को छठ पूजा के लिए चिह्नित किया गया है. नगर निगम, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग व अन्य विभागों के साथ मिलकर जिला प्रशासन इन घाटों को तैयार किया गया है। दिल्ली जल बोर्ड ने मंगलवार को घाटों को पानी से भर दिया.

बुधवार को सायंकालीन अर्घ्य का समय

छठ पर्व के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को पूर्ण उपवास होता है. यह व्रत बुधवार को है. इस दिन सूर्योदय 6: 33 बजे और षष्ठी तिथि दिन में 1:58 बजे तक है। इस दिन सूर्यास्त 5:27 बजे है। इसी समय सांयकालीन अर्घ्य प्रदान किया जाएगा.

गुरुवार को प्रात:कालीन अर्घ्य का समय

षष्ठी व्रत की पूर्णाहुति चतुर्थ दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होती है। इस दिन सूर्योदय 6:34 बजे है. इसी समय प्रात:कालीन अर्घ्य दिया जाता है. 

ऐसे करें पूजा

षष्ठी के दिन यानी बुधवार को सुबह वेदी पर जाकर छठ माता की पूजा होती है, इसके बाद घर लौट आएं.

दोपहर बाद घाट के पास जाएं, पूजन सामग्री चढ़ाएं व दीप जलाएं.

सूर्यास्त 5.27 बजे होगा, इस दौरान सूर्य को दीप दिखाकर प्रसाद अर्पित करें. दूध व जल चढ़ाएं तथा दीप जल को प्रज्जवलित करें.

गुरुवार को ब्रह्म वेला (भोर) में स्वजन के साथ निकलें और घाट पर पहुंचें. सूर्योदय 6.34 बजे है। पानी में खड़े होकर सूर्य उदय का इंतजार करें.

सूर्य दिखने लगे तो दीप अर्पित कर उसे जल प्रवाहित करें, अंजलि से जल अर्पित करें, दूध चढ़ाएं और प्रसाद भगवान सूर्य को अर्पित करें.

प्रसाद को बांटे, घर आकर हवन करें और ओठगन, काली मिर्च तथा गन्ने के रस या शरबत  से व्रत को खत्म करें.