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Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि में करें इस वृक्ष की पूजा, मिलेगी सुख-समृद्धि

Chaitra Navratri 2024: नीम का पेड़ न केवल अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी इसका विशेष महत्व है. नीम की पूजा अनेक लाभ प्रदान करती है, आइए जानते हैं नीम की पूजा की विधि और कारण.

Updated on: 05 Apr 2024, 06:12 PM

नई दिल्ली :

Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि में नीम की पूजा करने का विशेष महत्व है. नीम एक अत्यंत औषधीय गुणों वाला पेड़ है, जो न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है. नीम पेड़ हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसके पत्ते, फल, बीज और छाला के उपयोग से अनेक धार्मिक और आयुर्वेदिक लाभ प्राप्त किए जाते हैं. यह पेड़ विशेष रूप से माँ दुर्गा के पूजन में महत्वपूर्ण माना जाता है और नीम के पत्तों का उपयोग पूजा-अर्चना में किया जाता है. नीम का पेड़ हिन्दू धर्म में पवित्र माना जाता है और इसे 'सर्वरोगहारी' कहा जाता है. नीम के पत्तों का उपयोग विभिन्न अवस्थाओं में चिकित्सा में किया जाता है और इसे रोगों के उपचार के रूप में भी जाना जाता है. नीम के पत्ते, फल और बीज का उपयोग विभिन्न त्योहारों और पूजा में भी किया जाता है. इसके अलावा, नीम का पेड़ धार्मिक और सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसे प्राकृतिक औषधि के रूप में भी जाना जाता है.

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) में नीम की पूजा करने के कुछ प्रमुख कारण:

1. धार्मिक महत्व: माना जाता है कि नीम में देवी दुर्गा का वास होता है. नवरात्रि के दौरान नीम की पूजा करने से देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. नीम की पत्तियों का उपयोग देवी दुर्गा की पूजा में भी किया जाता है. 

2. औषधीय गुण: नीम में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण होते हैं. यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों, जैसे कि त्वचा रोग, बुखार, और मलेरिया से बचाव में मदद करता है. नवरात्रि के दौरान नीम की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और बीमारियां दूर होती हैं.

3. पर्यावरणीय महत्व: नीम एक छायादार वृक्ष है जो वातावरण को शुद्ध करने में मदद करता है. यह हवा से प्रदूषकों को अवशोषित करता है और ऑक्सीजन छोड़ता है. नवरात्रि के दौरान नीम की पूजा करने से पर्यावरण को बचाने का संदेश भी मिलता है. 

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) में नीम की पूजा कैसे करें? 

चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) के पहले दिन, नीम के पेड़ के नीचे एक मंडप बनाएं. मंडप को फूलों और दीपों से सजाएं. नीम के पेड़ की जड़ में पानी और दूध चढ़ाएं. नीम की पत्तियों से देवी दुर्गा की आरती करें. देवी दुर्गा से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने की प्रार्थना करें. चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2024) में नीम की पूजा करने का विशेष महत्व है. यह धार्मिक, औषधीय और पर्यावरणीय दृष्टि से लाभदायक है. यदि आप नवरात्रि के दौरान नीम की पूजा करते हैं, तो आपको देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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