logo-image

Bhanu Saptami 2024: कब मनाई जाएगी भानु सप्तमी? इस दिन जरूर करें ये काम, जानें पूजा विधि और महत्व

Bhanu Saptami 2024: इस बार भानु सप्तमी 3 मार्च 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी. इसे रथ सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है.आइए जानते हैं भानु सप्तमी पूजा विधि और महत्व.

Updated on: 01 Mar 2024, 04:02 PM

नई दिल्ली :

Bhanu Saptami 2024:  हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2024) मनाई जाती है. इस बार भानु सप्तमी 3 मार्च 2024 दिन रविवार को मनाई जाएगी.  इसे रथ सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान सूर्य देव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि भानु सप्तमी के दिन व्रत रखने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. इसके साथ ही रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य में सुधार होता है. बता दें कि इस दिन गर्भवती महिलाओं और रोगियों को व्रत रखने से बचना चाहिए. यदि आप इस दिन व्रत नहीं रख सकते हैं तो आप केवल सूर्य देव की पूजा-अर्चना कर सकते हैं. आइए जानते हैं भानु सप्तमी पूजा विधि और महत्व. 

भानु सप्तमी पूजा विधि

भानु सप्तमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. सूर्य देव की प्रतिमा को तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें लाल चंदन, कुमकुम, अक्षत, फूल आदि डालकर स्नान कराएं. इसके बाद सूर्य देव को फल, मिठाई, गुड़, चना, तांबे का सिक्का आदि अर्पित करें. सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें जैसे कि 'ॐ घृणिः सूर्य आदित्यः' या 'ॐ सूर्याय नमः' उसके बाद आखिरी में सूर्य देव की आरती करें और भगवान सूर्य देव से आशीर्वाद मांगें. 

भानु सप्तमी महत्व

हिंदू धर्म में भानु सप्तमी का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस दिन सूर्य देव की पूजा से आरोग्य, धन, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है. सूर्य देव को जीवन का आधार माना जाता है इसलिए उनकी पूजा से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. 

भानु सप्तमी पर करें ये काम

जो लोग भानु सप्तमी का व्रत रखना चाहते हैं वे इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और सूर्य देव का ध्यान करें. पूरे दिन व्रत रखें और सूर्य देव की पूजा-अर्चना करें. फिर सूर्यास्त के बाद व्रत खोलें. इस दिन तांबे के बर्तन में जल भरकर उसमें लाल चंदन, कुमकुम, अक्षत, फूल आदि डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें. इस दिन गाय को गुड़ और चना खिलाने से भी लाभ मिलता है. सूर्य देव को तांबे का सिक्का दान करने से भी विशेष लाभ होता है. 

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप visit करें newsnationtv.com/religion

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)