Bhadrapada Masik Shivratri 2024 Date: हिंदू धर्म में भाद्रपद शिवरात्रि बेहद खास माना जाता है. इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा और व्रत का बहुत महत्व है. माना जाता है कि शिवरात्रि के व्रत और पूजा से भगवान शिव की कृपा से सभी कष्टों का निवारण होता है और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस बार की मासिक शिवरात्रि बेहद ही खास मानी जा रही है. क्योंकि इस दिन 2 शुभ योग बन रहे हैं. ऐसे में आइए आज हम आपको बताते हैं भाद्रपद की शिवरात्रि कब मनाई जाएगी, इसका शुभ मुहूर्त क्या है, इस दिन कौन कौन से योग बन रहे हैं साथ ही जानिए जलाभिषेक समय
भाद्रपद की मासिक शिवरात्रि 2024 कब?
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 1 सितंबर रविवार को सुबह 3 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर 2 सितंबर सोमवार को सुबह 5 बजकर 21 मिनट तक रहेगी. ऐसे में इस बार मासिक शिवरात्रि का व्रत 1 सितंबर को रखा जाएगा.
शुभ योग और नक्षत्र
इस शिवरात्रि पर दो शुभ योग बन रहे हैं, परिघ योग और शिव योग. परिघ योग सुबह से लेकर शाम 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. इसके बाद शिव योग शुरू हो जाएगा. इसके अलावा, अश्लेषा नक्षत्र भी इस दिन रहेगा, जो रात 9 बजकर 49 मिनट तक रहेगा, उसके बाद मघा नक्षत्र का आरंभ होगा.
मासिक शिवरात्रि 2024 शुभ मुहूर्त
इस दिन मासिक शिवरात्रि की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 1 सितंबर को सुबह 11 बजकर 58 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक है. इस दिन पूजा के लिए आपको 45 मिनट का समय मिलेगा.
मासिक शिवरात्रि 2024 जलाभिषेक समय
जलाभिषेक का सर्वोत्तम समय ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 बजकर 29 मिनट से 5 बजकर 14 मिनट) और अभिजीत मुहूर्त (दिन में 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट) के बीच होता है. इस समय शिवलिंग पर जल अर्पित करना शुभ माना जाता है.
मासिक शिवरात्रि का महत्व
हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत रखने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. वर्तमान में चातुर्मास का समय चल रहा है, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है. शिवरात्रि के दिन शिव परिवार की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. शिवरात्रि की व्रत कथा सुनने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उनके जीवन में शांति और समृद्धि आती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)