Advertisment

Pradosh Vrat 2024: इस बार भाद्रपद माह की प्रदोष व्रत पर करें इस स्तोत्र का पाठ, बन जाएगा हर बिगड़ा काम!

Bhadrapad Pradosh Vrat 2024: 31 अगस्त को भाद्रपद माह की प्रदोष व्रत मनाई जाएगी. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है. मान्यता है कि अगर आप प्रदोष व्रत पर इस शिव मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करेंगे तो इससे सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है.

author-image
Sushma Pandey
New Update
Bhadrapad Pradosh Vrat 2024
Advertisment

Bhadrapad Pradosh Vrat 2024: इस साल भाद्रपद माह की शुरुआत 20 अगस्त से हो चुकी है. भाद्रपद माह को भादो या भादवा भी कह सकते हैं. हिंदू धर्म में इस माह को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि इस महीने कई व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं. इन्हीं व्रत में से एक भाद्रपद माह की प्रदोष व्रत है.  भाद्रपद माह के प्रदोष व्रत को बहुत शुभ माना जाता है. इस बार भाद्रपद माह का प्रदोष व्रत 31 अगस्त को रखा जाएगा. इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है.  कहा जाता है कि प्रदोष व्रत पर पूजा करने और व्रत रखने से जातकों की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इसके अलावा इस दिन शिव मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ करना भी बेहद शुभ माना जाता है. ऐसा करने से साधक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है. आइए यहां पढ़ें पूरी शिव मृत्युंजय स्तोत्र का पाठ. 

शिव मृत्युंजय स्तोत्र 

रत्नसानुशरासनं रजताद्रिश्रृंगनिकेतनं

शिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युतानलसायकम्।

क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदशालयैरभिवंदितं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

पंचपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितं

भाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम्।

भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशिनं भवमव्ययं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरं

पंकजासनपद्मलोचनपूजितांगघ्रिसरोरुहम्।

देवसिद्धतरंगिणी करसिक्तशीतजटाधरं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

कुण्डलीकृतकुण्डलीश्वरकुण्डलं वृषवाहनं

नारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम्।

अंधकान्तकमाश्रितामरपादपं शमनान्तकं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

यक्षराजसखं भगाक्षिहरं भुजंगविभूषणं

शैलराजसुतापरिष्कृतचारुवामकलेवरम्।

क्ष्वेडनीलगलं परश्वधधारिणं मृगधारिणं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

भेषजं भवरोगिणामखिलापदामपहारिणं

दक्षयज्ञविनाशिनं त्रिगुणात्मकं त्रिविलोचनम्।

भुक्तिमुक्तिफलप्रदं निखिलाघसंघनिबर्हणं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

भक्तवत्सलमर्चतां निधिमक्षयं हरिदम्बरं

सर्वभूतपतिं परात्परमप्रमेयमनूपमम्।

भूमिवारिनभोहुताशनसोमपालितस्वाकृतिं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

विश्वसृष्टिविधायिनं पुनरेव पालनतत्परं

संहरन्तमथ प्रपंचमशेषलोकनिवासिनम्।

क्रीडयन्तमहर्निशं गणनाथयूथसमाव्रतं

चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यम:॥

रुद्रं पशुपतिं स्थाणुं नीलकण्ठमुमापतिम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

कालकण्ठं कलामूर्तिं कालाग्निं कालनाशनम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

नीलकण्ठं विरुपाक्षं निर्मलं निरूपद्रवम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

वामदेवं महादेवं लोकनाथं जगद्गुरुम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

देवदेवं जगन्नाथं देवेशमृषभध्वजम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

अनन्तमव्ययं शान्तमक्षमालाधरं हरम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

आनन्दं परमं नित्यं कैवल्यपदकारणम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥15॥

स्वर्गापवर्गदातारं सृष्टिस्थित्यन्तकारिणम्।

नमामि शिरसा देवं किं नो मृत्यु: करिष्यति॥

॥ इति श्रीपद्मपुराणान्तर्गत उत्तरखण्डे श्रीमृत्युञ्जयस्तोत्रं सम्पूर्णम्। ॥

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

Religion News in Hindi Religion Religion News Pradosh Vrat 2024 kab hai pradosh vrat 2024 shiv mrityunjay stotram Bhadrapad Pradosh Vrat 2024
Advertisment
Advertisment
Advertisment