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Shankh Bajane Ke Fayde: शंख कितनी तरह के होते हैं? जानें इसे बजाने के फायदे 

Shankh Bajane Ke Fayde: भारत एक धार्मिक भावनाओं वाला देश है. यही वजह है कि यहां अध्यात्म और पूजा-पाठ पर विशेष जोर दिया जाता है. घरों में भी लोग छोटे-छोटे मंदिर स्थापित करके रखते हैं और परिवार के सदस्यों की शुरुआत पूजा-पाठ के साथ ही होती है

Updated on: 16 Jan 2024, 06:55 PM

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Shankh Bajane Ke Fayde: भारत एक धार्मिक भावनाओं वाला देश है. यही वजह है कि यहां अध्यात्म और पूजा-पाठ पर विशेष जोर दिया जाता है. घरों में भी लोग छोटे-छोटे मंदिर स्थापित करके रखते हैं और परिवार के सदस्यों की शुरुआत पूजा-पाठ के साथ ही होती है. वैसे तो मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों से लेकर पूजा सामग्री का अपना विशेष महत्व है. लेकिन शंख का अपना विशिष्ट स्थान है. पूजा या कथा जैसे अवसरों पर भगवान के सामने शंख जरूर बजाया जाता है. यूं तो शंख से जुड़ी कई मान्याताएं हैं. माना जाता है कि शंख बजाने से घर में पॉजिटिविटी का वास होता है और समृद्धि व सुख शांति लाता है. इस बीच हम आपको बताते हैं कि शंख की मान्यता केवल धर्म तक ही सीमित नहीं हैं. इसके वैज्ञानिक कारण भी हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो शंख बजाने से हमारे शरीर की अंग मजबूद होते हैं. इसलिए रोजाना शंख बजाने से कई रोगों का विनाश भी हो जाता है.

शंख एक प्राचीन और पवित्र संगीत यंत्र है जो हिन्दू धर्म में आमतौर से पूजा जाता है. शंख को बजाने के कई तरीके होते हैं, और इसके बजाए जाने वाले तरीकों में कुछ प्रमुख हैं:

पूजा और आराधना: शंख को पूजा और आराधना के समय बजाया जाता है, जिससे धार्मिक अनुष्ठान में लाभ होता है और आत्मिक शांति मिलती है.

यज्ञ और हवन: वैदिक यज्ञों और हवनों में शंख का बजाना एक महत्वपूर्ण भाग है, जिससे पवित्रता और शुभता का संकेत होता है.

आरती और कीर्तन: धार्मिक आरती और कीर्तनों के दौरान भी शंख का बजाना एक सामान्य प्रथा है, जिससे भक्तों को आद्यात्मिक अनुभूति होती है.

शुभ अवसरों पर: शुभ अवसरों जैसे कि विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा, आदि में भी शंख को बजाया जाता है, जिससे शुभता का अनुभव होता है.

शंख को बजाने के कई धार्मिक और सांस्कृतिक फायदे माने जाते हैं, जैसे कि अंतर्दृष्टि की ऊर्जा को जागृत करना, ताजगी और शांति का अनुभव करना, और पवित्रता का संबोधन करना.