Basant Panchami 2020: जानिए कब है पूजा का शुभ मुहूर्त और कैसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न
देवी सरस्वती की कृपा जिस पर हो जाती है, वह व्यक्ति जितना भी मूढ़ हो शीघ्र ही बुद्धिमान होकर जीवन में सही निर्णय लेने में सफल होता है
नई दिल्ली:
बसंत पंचमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. बंसत पंचमी को बेहद शुभ माना जाता है. कहते हैं. इस दिन बिना पंचांग देखे ही कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ कर सकते हैं. ये त्योहार हर साल माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है. इस साल ये तिथि 29 जनवरी को पड़ रही है. मां शारदे के प्राकट्य पर्व को सर्वसिद्धिदायक पर्व माना जाता है. इस दिन लोग पीले वस्त्र पहन कर पीले रंग के भोजन का भोग लगाकर मां शारदा का पूजन करते हैं.
कब है पूजा का शुभ मुहूर्त
बसंत पंचमी - 29 जनवरी 2020
पूजा मुहूर्त - 10:45 से लेकर 12:35 बजे तक
पंचमी तिथि शुरू - 10:45 बजे से (29 जनवरी 2020)
पंचमी तिथि समाप्त - 13:18 बजे (30 जनवरी 2020) तक
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सरस्वती पूजन की विधि-
सुबह स्नान करके पीले या सफेद वस्त्र धारण करें.
मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें.
मां सरस्वती को सफेद चंदन, पीले और सफेद फूल अर्पित करें.
उनका ध्यान कर ऊं ऐं सरस्वत्यै नम: मंत्र का 108 बार जाप करें.
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मां सरस्वती को ऐसे करें खुश
देवी सरस्वती की कृपा जिस पर हो जाती है, वह व्यक्ति जितना भी मूढ़ हो शीघ्र ही बुद्धिमान होकर जीवन में सही निर्णय लेने में सफल होता है. इस श्लोक के प्रभाव से आपकी बुद्धि निर्मल होगी. मां सरस्वती को खुश करने के लिए करें इस मंत्र का जाप-
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युतशंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥
वसंत पंचमी के दिन सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए भगवती के बारह नामों का उच्चारण करना चाहिए. ये बारह नाम हैं-
1 भारती
2 सरस्वती
3 शारदा
4 हंसवाहिनी
5 जगती
6 वागीश्वरी
7 कुमुदी
8 ब्रह्मचारिणी
9 बुद्धिदात्री
10 वरदायिनी
11 चंद्रकांति
12 भुवनेश्वरी
इन बारह नामों का स्मरण करने वाला व्यक्ति कुशाग्र, बुद्धिमान एवं मेधावी होता है. इसके अलावा बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को बेसन के लड्डू अथवा बेसन की बर्फी, बूंदी का प्रशाद चढ़ाएं. सफलता प्राप्ति के लिए मां सरस्वती पर हल्दी चढ़ाकर उस हल्दी से अपनी पुस्तक पर "ऐं" लिखें. वाणी में मधुरता लाने के लिए देवी सरस्वती पर चढ़ी शहद को नित्य प्रात: सबसे पहले सेवन करें. बसंत पंचमी के दिन गहनें, कपड़ें, वाहन आदि की खरीदारी आदि भी शुभ मानी जाती है.
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