Baba Avtar Singh Mauni: बाबा अवतार सिंह मौनी, जिन्हें शहंशाह बाबा अवतार सिंह जी महाराज के नाम से भी जाना जाता है, भारत में एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु थे. उनका जन्म 1942 में पंजाब के एक छोटे से गाँव में हुआ था. उन्होंने अपना जीवन आध्यात्मिकता और मानव सेवा को समर्पित कर दिया. बाबा अवतार सिंह मौनी ने 'निराकार संप्रदाय' की स्थापना की, जो एक आध्यात्मिक आंदोलन है जो 'निराकार' या निराकार ईश्वर में विश्वास करता है. उन्होंने कई आश्रमों और स्कूलों की स्थापना की और लाखों लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया. बाबा अवतार सिंह मौनी ने प्रेम, करुणा, भाईचारा और सदाचार की शिक्षाएं दीं. उन्होंने लोगों को ईश्वर के प्रति समर्पित रहने और जीवन में सच्चाई और न्याय के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया.
उनके जीवन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
उनकी पगड़ी: बाबा अवतार सिंह मौनी अपनी विशाल पगड़ी के लिए प्रसिद्ध थे, जिसका वजन 45 किलोग्राम था. उन्होंने इसे 40 साल तक पहना था.
उनकी सामाजिक सेवा: बाबा अवतार सिंह मौनी ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए कई सामाजिक कार्य किए. उन्होंने अनाथालयों, वृद्धाश्रमों और अस्पतालों की स्थापना की.
उनकी मृत्यु: बाबा अवतार सिंह मौनी की मृत्यु 2017 में 75 वर्ष की आयु में हुई थी. उनके निधन से उनके अनुयायियों और दुनिया भर के लोगों को गहरा दुःख हुआ.
बाबा अवतार सिंह मौनी एक महान आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने लाखों लोगों के जीवन को प्रेरित किया. उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और लोगों को सच्चा सुख और आनंद प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं.
बाबा अवतार सिंह मौनी की प्रसिद्ध शिक्षाएं:
1. ईश्वर के प्रति समर्पण: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को ईश्वर के प्रति समर्पित रहने और जीवन में सच्चाई और न्याय के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि ईश्वर ही सच्चा सुख और आनंद का स्रोत है.
2. प्रेम और करुणा: बाबा अवतार सिंह मौनी ने प्रेम और करुणा की शिक्षाएं दीं. उन्होंने लोगों को सभी प्राणियों के प्रति प्रेम और करुणा का भाव रखने के लिए प्रेरित किया.
3. भाईचारा और सदाचार: बाबा अवतार सिंह मौनी ने भाईचारा और सदाचार की शिक्षाएं दीं. उन्होंने लोगों को सभी के साथ समानता का व्यवहार करने और सदाचारी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया.
4. आत्म-साक्षात्कार: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को आत्म-साक्षात्कार के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि आत्म-साक्षात्कार ही जीवन का अंतिम लक्ष्य है.
5. सेवा: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को सेवा करने के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि सेवा ही ईश्वर की सच्ची भक्ति है.
6. सत्य बोलो: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को हमेशा सच बोलने के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि सत्य ही जीवन का आधार है.
7. कर्म करो: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को कर्म करने के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि कर्म ही जीवन का सार है.
8. परमात्मा का नाम जपो: बाबा अवतार सिंह मौनी ने लोगों को परमात्मा का नाम जपने के लिए प्रेरित किया. उनका मानना था कि नाम जपने से मन शांत होता है और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त होता है. बाबा अवतार सिंह मौनी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और लोगों को सच्चा सुख और आनंद प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau