Navagraha Plants: वैदिक ज्योतिष में ग्रहों के हिसाब से विभिन्न पेड़-पौधों की पूजा की जाती है, जिससे व्यक्ति को उन ग्रहों के शुभ प्रभाव को प्राप्त करने में मदद मिलती है. नौ गह्रों को किस तरह आप अपनी कुंडली में मजबूत करने के लिए पूजा कर सकते हैं, ये तो आपको बताएंगे ही लेकिन उससे भी ज्यादा आपके लिए ये जानना पहले जरुरी है कि आपको किस ग्रह के लिए किस पेड़ या पौधे की पूजा करनी चाहिए. तो आइए जानते हैं इन पड़े और उनसे जुड़े ग्रहों के बारे में जो आपकी बड़ी से बड़ी समस्या का निवारण करने में आपकी मदद करेंगे.
सूर्य (Sun) के लिए:
पीपल वृक्ष (फिकस रेलीजियोसा), आम का पेड़ (मैंगिफेरा इंडिका) की पूजा करने से कुंडली में सुर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. इससे समाज में आपका रुतबा भी बढ़ता है. खासतौर पर आपको रविवार के दिन इसकी पूजा करनी चाहिए.
चन्द्रमा (Moon) के लिए:
नीम वृक्ष (आज़ाडीराक्ता इंडिका), बरगद (फिकस बेंगालेंसिस). जिन लोगों को फोकस करने में परेशानी होती है या तनाव बना रहता है, हो सकता है उनकी कुंडली में इस ग्रह की स्थिति कमजोर हो. इसकी पूजा से मानसिक रोग भी दूर होते हैं.
मंगल (Mars) के लिए:
गुलमोहर (डेलोस्पर्मुम रेजिया), गेंहू का पौधा (ट्रिटीकम एस्टीवम) की पूजा करने से मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है. त्वचा रोग नहीं होगा. किसी की कुंडली में अगर मंगल कमजोर है तो उनके आए दिन वाद-विवार होते हैं और समाज में उनकी छवि भी खराब होती है.
बुध (Mercury) के लिए:
अपामार्ग जो लोग बुध ग्रह से पीड़ित होते हैं, उन्हें कई तरह की शारीरिक परेशानियां झेलनी पड़ती है. ऐसे में अपामार्ग के पौधे की अराधना करना फलदायी होता है.
बृहस्पति (Jupiter) के लिए:
बरगद (फिकस बेंगालेंसिस), बबूल (अकेसिया नीलोटिका) की पूजा करें. भगवान विष्णु को समर्पित इस दिन अगर आप इन पेड़-पौधों की पूजा करते हैं तो इससे ज्ञान में वृद्धि होती है और आपके तरक्की के मार्ग खुलते हैं.
शुक्र (Venus) के लिए:
चम्पा (मिचेलिया चम्पक), गुलाब (रोसा सेंटिफिका) की पूजा खास तौर पर शुक्रवार के दिन करने से आपको मनोवांधिल फल मिलता है. आय में वृद्धि होती है और आर्थिक तंगी भी दूर होती है. घर में सुख शांति आती है.
शनि (Saturn) के लिए:
धन, बुद्धि, कार्य में प्रगति और मनोवांछित फल पाने के लिए शनिवार के दिन जामुन (स्यजिगुमा सम्बुक), नींबू (सिट्रस लिमोन) के पेड़ पौधों की पूजा करनी चाहिए. इससे आपकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है.
राहु (Rahu) और केतु (Ketu) के लिए:
कौआ का पेड़ (कोरवस प्रेडेटोरियस), बरगद (फिकस बेंगालेंसिस) की पूजा से कुंडली में राहु और केतु की स्थिति अगर खराब हो तो वो शुभ फल देने लगती है.
अगर आप ग्रहों के अनुसार पेड़-पौधों की पूजा करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको इन्हें संपत्ति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए विशेष तौर पर पूजा करने की आवश्यकता होगी. कोई भी उपाय करने से पहले हमेशा किसी विद्वान पंडित की सलाह जरुर ले लें. इससे आपको पूजा की सही विधि और उनसे मिलने वाले फायदों की सही जानकारी हो जाएगी.
Source : News Nation Bureau