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Astro Tips: नए वाहन के नीचे नींबू रखने का क्या है कारण और महत्व

Astro Tips: नीबू के अंगूठे की ऊर्जा और गुण वाहन को किसी अनियामितता या दुर्घटना से संरक्षित रखते हैं. इसके अलावा, नीबू की खुशबू भी शुभ ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद करती है.

Updated on: 01 Mar 2024, 05:38 PM

नई दिल्ली:

Astro Tips: नए वाहन के टायर के नीचे नीबू रखना एक प्राचीन परंपरा और धार्मिक रीति है जो कई लोगों के द्वारा पालन की जाती है. इस परंपरा के अनुसार, नए वाहन को खरीदने के बाद, उसके नीचे एक नीबू रखा जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य नए वाहन को रक्षा करना है, उसकी सुरक्षा को बढ़ाना है और दुर्घटनाओं से बचाव करना है. धार्मिक दृष्टिकोण से, इस परंपरा का मान्यता में यह विश्वास किया जाता है कि नीबू के अंगूठे की ऊर्जा और गुण वाहन को किसी अनियामितता या दुर्घटना से संरक्षित रखते हैं. इसके अलावा, नीबू की खुशबू भी शुभ ऊर्जा और सकारात्मकता को बढ़ाने में मदद करती है. विभिन्न समुदायों और परंपराओं में इस परंपरा के पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं, लेकिन सामान्यत: यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि नए वाहन को सुरक्षित रखा जाए और उसका अच्छा उपयोग किया जाए. इसके अलावा, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से, यह एक प्रतीति है कि सभी कार्यों को शुभ और सकारात्मकता के साथ आरंभ किया जाना चाहिए.

धार्मिक और सांस्कृतिक कारण

नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना: कुछ लोगों का मानना ​​है कि नीबू नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और बुरी नजर से बचाता है.
शुभकामनाएं: नीबू को शुभकामनाओं का प्रतीक माना जाता है. नए वाहन के टायर के नीचे नीबू रखने से वाहन मालिक और यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा की कामना की जाती है.

व्यावहारिक कारण

कीटों को दूर रखना: नीबू की तीखी गंध कीटों को दूर रखने में मदद करती है.
टायर को साफ रखना: नीबू का रस टायर को चमकदार रखने और गंदगी को हटाने में मदद करता है.

अंधविश्वास: कुछ लोग मानते हैं कि नए वाहन के टायर के नीचे नीबू रखने से दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इनमें से किसी भी कारण का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.

नए वाहन के टायर के नीचे नीबू रखने का कोई एक निश्चित कारण नहीं है. यह व्यक्तिगत विश्वास और परंपरा पर निर्भर करता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)