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Annapurna jayanti 2022 : इस दिन करें मां अन्नपूर्णा की पूजा,अन्न-धन की नहीं होगी कमी

हिंदू पंचांग में मार्गशीर्ष माह के पूर्णिमा के दिन अन्नपूर्णा जयंती विशेष रूप से मनाने की परंपरा है

Updated on: 17 Nov 2022, 05:01 PM

highlights

  • अन्नपूर्णा जयंती कब है?
  • अन्नपूर्णा जयंती का मुहूर्त कब है?
  • महत्त्व क्या है?
  • उपाय क्या करें?

नई दिल्ली :

Annapurna jayanti 2022 : हिंदू पंचांग में मार्गशीर्ष माह के पूर्णिमा के दिन अन्नपूर्णा जयंती विशेष रूप से मनाने की परंपरा है. इस दिन मां अन्नपूर्णा की विधिवत पूजा करने से वह प्रसन्न रहती हैं. मान्यता है कि अन्नपूर्णा मां संकट के समय केवल उन्हीं की मदद करती हैं, जो अन्न बर्बाद नहीं करता है. रसोई घर की सफाई रखता है.
रसोई घर की विधिवत पूजा करता है. तो ऐसे में आइए जानते हैं कि मां अन्नपूर्णा की जयंती कब है, शुभ मुहूर्त क्या है, अन्नपूर्णा जयंती का महत्त्व क्या है, क्या उपाय करें कि मां अन्नपूर्णा प्रसन्न हों. 

अन्नपूर्णा जयंती कब है?
अन्नपूर्णा जयंती दिनांक 8 दिसंबर 2022 को है. अन्नपूर्णा जयंती के दिन मां सबको अन्न रूपी आशीर्वाद देकर सबका पालन-पोषण करती हैं, सबको भोजन प्रदान करती हैं.

अन्नपूर्णा जयंती का मुहूर्त कब है?
मार्गशीर्ष माह का शुभ मुहूर्त दिनांक 07 दिसंबर 2022 को सुबह 08:01 मिनट से लेकर अगले दिन यानी की दिनांक 08 दिसंबर 2022 को सुबह 09:37 मिनट तक रहेगा.

महत्त्व क्या है?
मान्यतानुसार इस दिन अन्नपूर्णा मां की पूजा करने से अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती है, जिन लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, उन्हें इस दिन मां अन्नपूर्णा का विधिवत पूजा करना शुभ फलदायी होता है, अन्न और धन में कभी कमी नहीं होती है. 

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उपाय क्या करें?
-इस दिन जौ, गेहूं, चना, मूंग, सावां, उड़द, और काकून मां अन्नपूर्णा को अर्पित करें, ऐसा करने से दरिद्रता कभी नहीं आएगी और घर के नकारात्मक प्रभाव को कम करती है.
-मां अन्नपूर्णा को साबूत धनियां अर्पित करें और थोड़े देर बाद उसे रसोईघर में कहीं छिपाकर रख दें, अन्न की आपके घर में कभी कमी नहीं होगी.