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Shri Ganesh Matrika Nyas: मातृका न्यास के ये टोटके अपनाएं, जीवन में मिलेगी सुख-समृद्धि

Shri Ganesh Matrika Nyas: गणपति बप्पा की कृपा पाने के लिए उनके भक्त दिन रात उनका नाम जपते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि श्री गणेश मातृका न्यास क्या है और इसके क्या लाभ हैं.

Updated on: 21 Mar 2024, 04:28 PM

New Delhi:

Shri ganesh Matrika Nyas: श्री गणेश मातृका न्यास एक प्राचीन तंत्र विद्या में प्रयोग होने वाला एक धार्मिक अभ्यास है. इस न्यास के माध्यम से भक्त गणेश भगवान की आशीर्वाद प्राप्त करता है और अपने जीवन को सुखद बनाने की कामना करता है. गणेश भगवान हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता में से एक हैं और उन्हें विघ्नहर्ता और सभी कार्यों के शुभारंभ के देवता के रूप में जाना जाता है. "श्री गणेश मातृका न्यास" में गणेश भगवान की मात्राओं का प्रयोग किया जाता है, जिन्हें साधक अपने शरीर के विभिन्न भागों में स्थापित करता है. इस न्यास के द्वारा भक्त अपने मन, वाणी, और कर्म को पवित्र करता है और गणेश भगवान के आशीर्वाद से जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करता है. इसके माध्यम से विभिन्न मन्त्रों और ध्यान के तरीकों का उपयोग करके साधक अपने मन को शुद्ध करता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है. श्री गणेश मातृका न्यास को करते समय भक्त को गणेश भगवान के प्रति श्रद्धा और समर्पण का भाव रखना चाहिए. इससे वह अपने जीवन में उत्कृष्टता, समृद्धि, और आनंद की प्राप्ति के लिए तैयार होता है. यह धार्मिक प्रथा शांति, संतुलन, और संघर्षमुक्तता का भाव प्रदान करती है.

न्यास:

अंग न्यास:

  • अंगूठे पर "ह्रीं"
  • तर्जनी पर "ह्रीं"
  • मध्यमा पर "ह्रीं"
  • अनामिका पर "ह्रीं"
  • कनिष्ठिका पर "ह्रीं"
  • हथेली पर "ऐं"
  • पीठ पर "क्लीं"
  • मस्तक पर "श्रीं"
  • शिखा पर "ह्रीं"

करण न्यास: 10. हृदय पर "ह्रीं" 11. दाहिने कंधे पर "ह्रीं" 12. बाएं कंधे पर "ह्रीं" 13. नाभि पर "ह्रीं" 14. दाहिने घुटने पर "ह्रीं" 15. बाएं घुटने पर "ह्रीं" 16. दाहिने पैर पर "ह्रीं" 17. बाएं पैर पर "ह्रीं"

टोटके:

सुख-समृद्धि के लिए: न्यास करने के बाद, "ॐ श्रीं गणेशाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें. गणेश जी को मोदक, लड्डू, और फूल अर्पित करें. 

विद्या प्राप्ति के लिए: न्यास करने के बाद, "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें. गणेश जी को पीले फूल और फल अर्पित करें.

विवाह में बाधा दूर करने के लिए: न्यास करने के बाद, "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ष्रीं गणेशाय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें. गणेश जी को लाल फूल और चंदन अर्पित करें.

शत्रुओं से बचाव के लिए: न्यास करने के बाद, "ॐ गं गणपतये वरवरदाय सर्वजन वशंकाराय स्वाहा" मंत्र का 108 बार जाप करें. गणेश जी को सिंदूर और लाल कपड़े अर्पित करें.

न्यास और मंत्र जाप करते समय एकाग्रचित रहें. न्यास और मंत्र जाप शुभ मुहूर्त में करें. न्यास और मंत्र जाप करते समय स्वच्छ कपड़े पहनें. न्यास और मंत्र जाप केवल तभी प्रभावी होते हैं जब आप भगवान गणेश में पूर्ण विश्वास रखते हैं.

गणेश जी की मूर्ति को घर में स्थापित करें और उनकी नियमित रूप से पूजा करें. गणेश जी के मंत्रों का रोजाना जाप करें. मंदिर में जाकर दर्शन करें और गणेश जी को भोग लगाएं. इन टोटकों को करने से आपको भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होगी और आपके जीवन में सुख-समृद्धि, विद्या, विवाह, और शत्रुओं से बचाव होगा. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)