Aaj Ka Panchang 28 December 2024: आज साल 2024 का आखिरी प्रदोष व्रत रखा जाएगा. शनि त्रयोदशी के दिन अगर प्रदोष व्रत आए तो इस दिन भगवान शिव के साथ शनि देव की पूजा करने से पूजा का कई गुना फल मिलता है. आज का पंचांग - 28 दिसंबर 2024 शनिवार मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. हिन्दू पंचांग के अनुसार आज अनुराधा नक्षत्र है. आज के दिन प्रदोष काल के समय का खास महत्व होता है. राहु काल में किसी भी तरह की पूजा करने से बचना चाहिए. अगर आप आज कोई शुभ कार्य करने की योजना बना रहे हैं तो ये जान लें कि आज अभिजीत मुहूर्त है या नहीं. आज की अशुभ घड़ी में किसी भी तरह का मंगल कार्य न करें और सूर्योदय से पहले अगर आप पूजा करते हैं तो इससे भी देवी लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहती है.
आज का पंचांग
तिथि- त्रयोदशी - 27:34:55 तक
नक्षत्र- अनुराधा - 22:13:45 तक
करण- गर - 15:06:41 तक, वणिज - 27:34:55 तक
पक्ष- कृष्ण
योग- शूल - 22:22:26 तक
वार- शनिवार
सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएं
सूर्योदय- 07:12:50
सूर्यास्त- 17:33:04
चन्द्र राशि- वृश्चिक
चन्द्रोदय- 29:45:59
चन्द्रास्त- 15:05:59
ऋतु- शिशिर
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत- 1946 क्रोधी
विक्रम सम्वत- 2081
काली सम्वत- 5125
प्रविष्टे / गत्ते- 14
मास पूर्णिमांत- पौष
मास अमांत- मार्गशीर्ष
दिन काल- 10:20:13
अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)
दुष्टमुहूर्त- 07:12:50 से 07:54:11 तक, 07:54:11 से 08:35:32 तक
कुलिक- 07:54:11 से 08:35:32 तक
कंटक- 12:02:17 से 12:43:37 तक
राहु काल- 09:47:54 से 11:05:25 तक
कालवेला / अर्द्धयाम- 13:24:58 से 14:06:19 तक
यमघण्ट- 14:47:40 से 15:29:01 तक
यमगण्ड- 13:40:29 से 14:58:00 तक
गुलिक काल- 07:12:50 से 08:30:22 तक
शुभ समय (शुभ मुहूर्त)
अभिजीत- 12:02:17 से 12:43:37 तक
दिशा शूल
दिशा शूल- पूर्व
चन्द्रबल और ताराबल
ताराबल- अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल- वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ
तो आप आज अपने सभी कार्य पंचांग को ध्यान में रखकर करें. अगर आप जीवन में तरक्की चाहते हैं तो पंचांग में बताए गए शुभ और अशुभ समय पर आपको जरूर विचार करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)