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Kashi Vishwanath Dham in Sawan( Photo Credit : News Nation)
Kashi Vishwanath Dham in Sawan: काशी विश्वनाथ धाम, वाराणसी (बनारस) में स्थित एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है. इसे हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान माना जाता है. काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. ज्योतिर्लिंगों को भगवान शिव के प्रत्यक्ष रूप में माना जाता है और इनकी पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है. काशी विश्वनाथ का ज्योतिर्लिंग 'विश्वेश्वर' या 'विश्वनाथ' के नाम से प्रसिद्ध है. सावन शुरू होने से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. सावन में होने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर पांच द्वार बनाए गए हैं. वहीं धाम में काशीद्वार का ट्रायल पूरा हो चुका है. इस बार सावन में डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा पर्यटकों के आने का अनुमान है जो एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा. ऐसे में हाथरस कांड के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने के लिए खास रूट मैप तैयार किया गया है.
सावन महीने में श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की भीड़ प्रबंधन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. मंदिर न्यास की ओर से सड़क पर श्रद्धालुओं की कतार को कम करना पहली प्राथमिकता में शामिल है. इसके लिए धाम क्षेत्र में जिगजैग बैरिकेडिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही ललिता घाट पर बने जर्मन हैंगर में भी जिगजैग बैरिकेडिंग लगाई जाएगी. मंदिर में खास तौर पर सोमवार में भिड़ ज्यादा रहती है और गली में भिड़ नियंत्रण करना चुनौती हैं वहां खास प्लान बन रहा है. अधिक भीड़ मंदिर के अंदर न रहे यही कोशिश इस बार प्रशासन की रहेगी ताकि मंदिर के बहार ज्यादा भीड़ न हो. सावन में सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था रहेगी बाकी दर्शन बंद रहेगा.
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने सावन के लिए खास इंतजाम किया गया है. साल 2022 यानी काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के बाद एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए थे और साल 2023 में जो की दो साल का सावन था उस समय एक करोड़ तिरसठ लाख श्रद्धालुओं ने यहां दर्शन किए थे और इस बार साल 2024 में उम्मीद है कि एक महीने के सावन में डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु आयेंगे. ऐसे में इस बार खास व्यवस्था की गई है. ललिता घाट से ही लाइन की भी व्यवस्था होगी, साथ ही पूरे इलाके में नो व्हीकल जोन होंगे जो श्रद्धालु असमर्थ हैं पैदल आने में उनके लिए नि शुल्क ई वाहन रहेंगे. सावन मास में खास दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं होगी और बाढ़ आने में गंगा द्वार से आगमन प्रतिबंधित रहेगा.
इस बार सावन का महीना सोमवार से शुरू हो रहा है. सोमवार को सबसे अधिक भीड़ दर्शन पूजन के लिए आती है. इसलिए हम सभी का ध्यान भीड़ प्रबंधन पर ज्यादा है. इस बार सड़क पर भक्तों की भीड़ को कम करने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए धाम क्षेत्र में ही बैरिकेडिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है. जिगजैग बैरिकेडिंग गंगा द्वार से लेकर पूरे धाम क्षेत्र में लगाया जा रहा है. इसके साथ ही हर साल की तरह ही सावन में झांकी दर्शन का इंतजाम रहेगा. धाम में श्रद्धालुओं के लिए पेयजल का भी जगह-जगह इंतजाम किया जा रहा है. इसके साथ ही जगह-जगह लाइव दर्शन के लिए एलईडी पर गर्भगृह से लाइव प्रसारण किया जाएगा. सावन के महीने में इस बार श्रद्धालुओ के आगमन का एक नया कीर्तिमान बनेगा ये बात अधिकारी भी बता रहे हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
Source : News Nation Bureau